बनियाडीह में सफेदफोश राजनीतिक के साथ सीसीएल प्रबंधन और पुलिस के गठजोड़ का परिणाम है कोयला चोरी के कारण भूधंसान की घटना
तेज आवाज के साथ लंकस्टर हाॅस्पीटल में भूधंसान हुआ, तो लोगों ने समझा भूंकप आया है
गिरिडीहः
गिरिडीह के बनियाडीह स्थित सीसीएल इलाके में भूधंसान की घटना कोई नई बात नहीं है। भूधंसान इस इलाके में होना आम बात है। लेकिन बुधवार की देर रात सीसीएल के लंकस्टर हाॅस्पीटल के भीतर भूधंसान हुआ। हाॅस्पीटल के एक-एक दीवार क्षतिग्रस्त हुए तो हाॅस्पीटल के समीप दो क्र्वाटर भी पूरी तरह से डैमेज हो गए। इतना बड़ा भूधंसान होने के बाद भी हाॅस्पीटल और दोनों क्र्वाटर जमींदोज नहीं हुए। यह लोगों के लिए हैरान करने वाला था। इधर घटना के दुसरे दिन हाॅस्पीटल की नर्स सिस्टर सुशीला ने घटना के लिए जिम्मेवार सीसीएल प्रबंधन को ठहराते हुए कहा कि सीसीएल प्रबंधन के अधिकारियों की लापरवाही के कारण यह घटना हुई, और वो व उनकी बेटी बार-बार बची। तो दिवगंत भाजपा नेता के बेटे भी सुरक्षित थे। क्योंकि पहले ही हाॅस्पीटल और क्र्वाटर के डैमेज होने की सूचना दी गई थी। इसके बाद भी कोई ठोस पहल नहीं हुआ। इस बीच देर रात ही पीओ ए.के सिंह समेत कई पदाधिकारी घटनास्थल पहुंचे। और हालात का जायजा लिया।
वैसे बनियाडीह के इलाके में भूधंसान की घटना होना इसलिए कोई नई बात नहीं है। क्योंकि सीसीएल प्रबंधन के साथ पुलिस और इलाके के राजनीतिक दलों से जुड़े सफेदफोश संरक्षकों के कारण कोयला चोरों का मनोबल बढ़ा हुआ है। यही कारण है कि इलाके में चोरों द्वारा कोयले की चोरी सिर्फ रात को किया जाता है।
क्योंकि देर रात सीसीएल के सुरक्षा विभाग को गहरी नींद आ जाती है तो पुलिस विभाग चोरों के डर से इलाके में नहीं घुस पाते। वैसे बुधवार की देर रात करीब पौने 11 बजे यह घटना हुई। तो घटना के वक्त वहां कुछ कोयला चोर भी नजर आएं। क्योंकि तेज आवाज के साथ लंकस्टर हाॅस्पीटल के भीतर हुए घटना के बाद लोगों को लगा कि संभवत भूंकप आया हो। लेकिन जब हाॅस्पीटल के दीवारों को हिलते हुए देखा, तो लोग समझे कि भूधंसान होने के कारण यह घटना हुई। तेज आवाज सुनने के साथ ही दोनों क्र्वाटरों में रहने वाले लोग हड़बड़ाहट में बाहर निकले। यही नही हाॅस्पीटल की नर्स व उनकी बेटी ने क्र्वाटर जमींदोज होने के डर के बीच अपने सारे जरुरी समानों को बाहर निकाला।