पढ़े लिखे युवा पीढ़ी शॉटकट तरीके से पैसे कमाने के लिए चुन रहे अपराध का रास्ता
- शहर के बोड़ो में छापेमारी के बाद साइबर क्राइम करते पकड़े गए साइंस फाइनल इयर के नौ छात्र
- एसपी ने प्रेसवार्ता कर दी जानकारी, युवाओं के गलत रास्ते पे जाने पर जताई चिंता
- बिजली काटने और गर्भवती महिलाओं को सरकारी योजना का लालच देकर एप्प के माध्यम से करते थे ठगी
गिरिडीह। इन दिनों युवा पीढ़ी शॉर्टकट तरीके से असीम पैसा कमाने का भूत सवार है। इस दौरान किसी भी गलत काम को करने से भी कोई गुरेज नही कर रहे है। परिणाम स्वरूप युवा पीढ़ी अपराध की दूनिया में शामिल होते जा रहे है। सोमवार को गिरिडीह एसपी दीपक कुमार शर्मा और साइबर डीएसपी संदिप सुमन ने साइबर अपराध में संलिप्त नौ छात्रों को गिरफ्तार करने के बाद चिंता व्यक्त की। सभी अपराधी साइंस फाइनल ईयर के छात्र है और शॉर्टकट तरीके से पैसे कमाने के लिए साइबर अपराधी बन गए। प्रेसवार्ता के दौरान एसपी दीपक कुमार शर्मा और साइबर डीएसपी संदीप सुमन ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि पुलिस का मकसद है सिर्फ जिले को साइबर क्राइम से मुक्त करना नही है बल्कि पढ़े लिखे युवाओं को अपराध के रास्ते में जाने से रोकना भी है।
प्रेसवार्ता के दौरान एसपी श्री शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि पचम्बा थाना इलाके के बोड़ो में बलदेव यादव के घर पर पुलिस ने गुप्त सूचना पर छापेमारी कर एक साथ नो साइबर अपराधियों को दबोचने में सफल रही। बताया कि साइंस फाइंनल ईयर के छात्र बोरो में एक तरह से मिनी कॉल सेंटर चला रहे थे और अलग-अलग एप के माध्यम से गर्भवती महिलाओं के परिजनों को कॉल कर सरकारी योजना का लाभ दिलाने का झांसा देकर ठगी करते थे। इतना ही नहीं सारे अपराधी बिजली विभाग के अधिकारी बन कर भी कंज्यूमर को डराते और बिजली काटने की धमकी देकर ठगी करते थे।
बताया कि गिरफ्तार साइबर अपराधियों में जमुआ थाना इलाके के नीलेश मंडल, मुफ्फसिल थाना इलाके के मोहन मंडल, गांधी नगर निवासी नागेश्वर दास, सिहोडीह निवासी रुद्र कुमार रॉकी, बेंगाबाद निवासी महेंद्र सिंह, मोतीलाल किस्कू, नीरज कुमार, जामताड़ा निवासी अशोक कुमार सहित कुल नो छात्र शामिल है। सभी रिमोट एक्सेस एप के साथ टीम व्यूअर समेत अन्य एप का लिंक भेज कर लोगांे से ठगी करते थे।