एमपीएल के बहाने अपना स्वार्थ साधने में लगे लोगों से स्थानीय मजदूरों का भला नहीं: माले
- कहा, समझौता मजदूरों ने नहीं ठेकेदारों और एनपीएल के दलालों के बीच हुआ
- संघर्ष मोर्चा का कोयला उठाव के विरोध में आंदोलन जारी रखने का लिया गया निर्णय
गिरिडीह। एमपीएल कोयला उठाव के विरोध में चल रहा आंदोलन सोमवार को भी जारी रहा। इस बीच रविवार को झाकोमयू द्वारा कथित रूप से मजदूरों की तरफ से किए गए समझौते को गिरिडीह कोलियरी बचाओ संघर्ष मंच सहित भाकपा माले ने स्थानीय गरीब मजदूरों के साथ सरासर धोखा बताते हुए कहा कि जो लोग एमपीएल को कोयला भेजने के बहाने अपनी कमाई फिक्स करने में लगे हैं, वे स्थानीय मजदूरों का भला कभी नहीं कर सकते।
संघर्ष मंच के नेताओं ने कहा कि, जिन लोगों ने अपने स्वार्थ में स्थानीय गरीब मजदूरों के साथ एक तरह से गद्दारी की है उनके चरित्र को जनता के बीच उजागर किया जाएगा। एमपीएल के लिए रोड सेल से जबरन कोयला उठाव का विरोध जारी रहेगा। कहा कि, जिन लोडिंग मजदूरों को लोकल सेल में 190 रू0 मिलती है उन्हें एमपीएल की ओर से सिर्फ 25 रूपये टन मजदूरी देने का समझौता कहीं से उचित नहीं है। इसी तरह प्रति गाड़ी बुकिंग पर 400 की जगह सिर्फ 50 रूपये देना भी मजदूरों के खिलाफ किया गया समझौता है। कहा कि लोकल सेल से यहां का कोयला जिस रेट में बिकता है उससे एक तिहाई रेट पर ही एमपीएल कोयला देना इस कोलियरी को ही रसातल में भेजने जैसा है। कहा कि जो लोग एमपीएल में रोड सेल से कोयला भेजने की वकालत कर रहे हैं, वे दरअसल यहां की कोलियरी के साथ-साथ लोडिंग मजदूरों और रोजगार की चाहत रखने वाले स्थानीय गरीबों के साथ धोखेबाजी कर रहे हैं।
कहा कि, इस कथित समझौते के नाम पर एक तरह से समर्पण का फार्मूला तैयार किया गया है, जो यहां की कोलियरी और मजदूरों का एक चाहने वाले किसी भी व्यक्ति को कभी मंजूर नहीं हो सकता है। कहा कि इस साजिश में अहम भूमिका निभाने वाले मजदूर कम और ठेकेदार ज्यादा हैं, जबकि वास्तविक मजदूर इस बात को समझ रहे हैं कि लोकल सेल से ही उनका रोजगार सुरक्षित रहेगा।
भाकपा माले तथा संघर्ष मंच ने ऐलान किया है कि कोलियरी के आसपास के हजारों मजदूरों को रोजगार की दावेदारी के साथ इस आंदोलन में शामिल कर एमपीएल के साथ नापाक गठबंधन करने वालों की मंशा को ध्वस्त किया जाएगा।
आंदोलन में मुख्य रूप से ट्रक ओनर एसोसिएशन के अध्यक्ष कंपू यादव, राजेंद्र यादव, कमल चंद साहू, राजेंद्र राय सहित माले के राज्य कमेटी सदस्य राजेश कुमार यादव, राजेश सिन्हा, कन्हैया सिंह, संतोष कुमार समेत अन्य मौजूद थे।