विकेंड लाॅकडाउन का दिखा असर, सड़कों पर पसरा रहा सन्नाटा
कोडरमा। कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए राज्य सरकार विकेंड संपूर्ण लाॅकडाउन तीन सप्ताह से लगा रही है। साप्ताहिक लाॅकडाउन में सरकार को व्यवसायियों, आम नागरिकों का पूर्ण समर्थन मिल रहा है। रविवार को तीसरे विकेंड लाॅकडाउन के दौरान जिले भर में सब्जी बाजार से लेकर फल के ठेले ओर सड़कों के किनारे लगने वाले खाने पीने के स्टाल के साथ-साथ होटल, खाद्यान्न, मनिहारी, कपड़ा, जूता चप्पल, इलेक्ट्रॉनिक की दूकाने में ताले लटके रहे। वहीं शहर के ओवरब्रिज, झंडा चैक, स्टेशन रोड, डाक्टर गल्ली, रांची पटना रोड में सन्नाटा पसरा रहा।
पुलिस रही सक्रीय, बिना मास्क और बिना हेलमेट वालों पर दिखाई सख्ती
विकेंड लाॅकडाउन को लेकर पुलिस सक्रिय नजर आई और मास्क हेलमेट नहीं लगाने वाले के साथ सख्ती दिखाया। वहीं चारपहिया वाहनों से घूमने वाले लोगों से पूछताछ भी की गई। कई लोग मास्क का प्रयोग नहीं कर रहे हैं। कहा गया कि सम्पूर्ण लॉकडाउन मे बेमतलब निकलने वाले पर आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत उलंघन का मामला दर्ज किया जायेगा। फर्राटेदार दौड़ने वाले टोटो और ऑटो भी अपेक्षाकृत कम नजर आए। जो भी ऑटो और टोटो चल रहे थे, वे रेलवे स्टेशन के यात्रियों को लाने ले जाने के अलावा वैक्सीन लेने वाले और इलाज के लिए जा रहे व्यक्तियों को लाने ले जाने में लगे रहे। निजी वाहन भी शहर में इक्का दुक्का ही नजर आए। गया और धनबाद से कोडरमा के रास्ते होकर चलने वाली गया आसनसोल, वाराणसी आसनसोल, कोडरमा बरकाकाना के अलावा जनशताब्दी और सुपर से आने वाले मजदूर सब्जी विक्रेता के अलावा डेली पैसेंजर भी नदारत रहे। रेलवे प्लेटफॉर्म सुना सुना नजर आया और टिकट की बिक्री पर भी प्रतिकुल असर पड़ा। वहीं दवा, पेट्रोल पंप, एलपीजी की दुकानें खुली रही। लोग घरों में कैद रहकर ही लोग दिन भर टीवी, मोबाइल से चिपके रहे। वही बच्चे व युवा विभिन्न तरह के गेम प्रतियोगिता जैसे आयोजनों में समय को व्यतित किया। महिलाओं ने घर में एक से एक व्यंजन बनाए, पुरुषों ने भी हांथ बटाये।