गूगल मैप ने भटकाया तीन साथियों का रास्ता, मंजिल के बजाय पहुंचे काल के गाल में
- उसरी नदी के तेज बहाव में बहे दो दोस्तों का शव हुआ बरामद, पोस्टमार्टम के परिजनों के हवाले किया गया शव
- बेंगाबाद से देर शाम को बाइक से लौट रहे थे हजारीबाग, सिरसिया होते हुए पहुंचे उसरी नदी के तट पर
गिरिडीह। बंेगाबाद से हजारीबाग जाने के क्रम में उसरी नदी में बहे दो युवकों का शव काफी मशक्कत के बाद बरामद कर लिया गया है। सोमवार दोपहर तक काफी प्रयास के बाद जहां आनंद का शव अरगाघाट स्थित पूल के पास पाया गया। वहीं दूसरे मित्र मनीष कुमार का शव मेट्रोस गली छठ घाट के पास से निकाला गया। इस दौरान उसरी नदी तट के दोनों तरफ लोगों की भीड़ जमा हो गई थी। नदी में दोनों युवकों का शव मिलने के बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम केलिए भेज दिया। जहां पोस्टमार्टम के बाद दोनों युवकों के शव को उनके परिजनों के हवाले कर दिया।
बताया जाता है कि बाईक से तीनो मित्र बेंगाबाद से हजारीबाग जाने के लिए रविवार की देर शाम निकले थे। तीनों साथी गूगल मैप के सहारे बेंगाबाद से हजारीबाग जाने का का रास्ता तलाशे बढ़ रहे थे। लेकिन गूगल मैप ने तीनों का रास्ता भटका दिया और तीनों को सिहोडीह-सिरसिया और शहर से जोड़ने वाले इस निर्माणाधीन पुल के पास पहुंचा दिया। जब तीनों साथी गूगल के सहारे पुल के समीप पहुंचे, तो इनमें से एक साथी शंकर ने नदी में तेज बहाव देखने के लिए उतरा और तेज बहाव में बहता गया। शंकर को डूबते देख उसके दोनों साथी आनंद और मनीष उसे बचाने के लिए नदी में कूदे, लेकिन इस दौरान जहां एक ओर शंकर तैर कर नदी किनारे आ गया वही उसे बचाने नदी में उतरे दोनों मित्र नदी के तेज बहाव में बह गए। जिसे देखते हुए शंकर ने सहयोग के लिए स्थानीय लोगों को बुलाया। स्थानीय लोगों ने आनंद व मनीष को खोजने की कोशीश की लेकिन कोई फायदा नही हुआ। सोमवार की सुबह खंडौली से गोताखोरों की टीम बुलाई गई। जिनके द्वारा भी युवकों की तलाश की गई, लेकिन दोनों युवक नही मिले। दोपहर के करीब दोनों युवकों का शव अरगाघाट पुल व मेट्रोस छठ घाट के पास पाया गया।