इलाज में लापरवाही का आरोप लगाकर परिजनों ने किया गिरिडीह के चिकित्स डा. केडिया के क्लिनिक में तोड़फोड़
गिरिडीहः
बच्चे के इलाज में लापरवाही का आरोप लगाकर परिजनों ने शुक्रवार दोपहर गिरिडीह के शिशु रोग विशेषज्ञ डा. आर. आर केडिया के क्लिनिक में हंगामा तो किया ही। इस दौरान परिजनों ने क्लिनिक में तोड़-फोड़ भी कर दिया। परिजनों का गुस्सा और हंगामा बढ़ते देख चिकित्सक डा. केडिया के कंपाउडरों ने मामले की जानकारी नगर थाना पुलिस को दिया। इस दौरान पुलिस भी पहुंची। और तो मामले की जानकारी मिलने के बाद डीएसपी संजय राणा भी शहर के बरगंडा के हर्ष प्लाजा स्थित डा. केडिया के क्लिनिक पहुंचे। और मामले को शांत किया। और नगर थाना पहुंच कर आवेदन देने को कहा। इस दौरान परिजनों को नगर थाना पुलिस अपने वाहन से लेकर थाना गई। जिसे माहौल और खराब नहीं हो। जानकारी के अनुसार सदर प्रखंड के डाड़ीडीह निवासी संजय दास अपने सात माह के बच्चे को लेकर पहले पहर में हर्ष प्लाजा स्थित डा. आर. आर केडिया के क्लिनिक पहुंचा। और अपने बच्चे को चिकित्सक से दिखाया भी। लेकिन सात माह के बच्चे को चिकित्सक के कहने पर कंपाउडर ने एंटीबाॅयटिक इंजेक्शन दिया। इसके बाद बच्चे को लेकर उसके परिजन घर लौट गए। करीब ढाई घंटे बाद बच्चे की हालत बिगड़ने तो परिजन उसे लेकर दुबारा क्लिनिक पहुंचे। लेकिन बच्चे की मौत तब तक हो चुकी थी। इसके बाद भी चिकित्सक के कहने पर बच्चे को लेकर परिजन शहर के नर्सिंग होम आॅक्सीजन दिलाने ले गए। जहां जांच के दौरान बच्चे के मौत की पुष्टि किया गया।

इसके बाद परिजन फिर डा. आर. आर केडिया के क्लिनिक पहुंचे। और जमकर हंगामा किया। यही नही परिजनों ने क्लिनिक में तोड़-फोड़ भी किया। इधर चिकित्स डा. आर. आर केडिया ने बच्चे के पिता द्वारा लगाएं गए आरोपों को गलत बताते हुए कहा कि जब इंजेक्शन क्लिनिक में दिया गया था। तो बच्चा पूरी तरह से सुरक्षित था। लेकिन बच्चे को दो सीरप लिखा गया था। जिसमें परिजनों ने एक सीरप अच्छे से पीलाया। तो बच्चे को कोई नुकसान नहीं हुआ। दुसरा सीरप पीलाने पर बच्चे को तेज हिचकी आने के साथ उल्टी हुई। इसमें चिकित्सक की क्या गलती। बहरहाल, घटना को लेकर मामले की जांच में पुलिस जुटी हुई है।