सम्पूर्ण लॉकडाउन का दिखा असर, सड़कें रही सुनी
घरों में लोग रहे कैद, सड़कों पर पुलिस का पहरा
कुलदीप
कोडरमा। कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए लगाए गए विकेंड लाकडाउन के दौरान शहर की सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। दुकानों में पर ताले लटके रहे और गली मुहल्लों में दौड़ने वाले वाहन भी नहीं नजर आए। केवल घरेलू गैस की होम डिलीवरी, कचरे की गाड़ियां के साथ प्रशासनिक वाहन, चिकित्सक और दवा दुकानों से सम्बंधित वाहन और लोग ही नजर आए। कोडरमा जंक्शन से होकर चलने वाली आसनसोल वाराणसी, गया आसनसोल मेमू व कोडरमा बरकाकाना ट्रेन कम यात्रियों को लेकर ही चलती रही। वहीं झुमरीतिलैया सब्जी बाजार, दैनिक मजदूर स्थल, पुराना बस स्टैंड, सीएच स्कूल रोड, रेलवे स्टेशन रोड, शहर के मुख्य मार्गों पर लगने वाले चाय के ठेले, सिंघाड़ा, कचौड़ी, जलेबी की दुकानें नही लगने से सन्नाटा पसरा रहा। रविवार को सब्जी वाले की बुलंद आवाज पुरी तरह खामोश रहा और ग्राहक भी नदारद रहे। सड़कों पर फर्राटेदार दौड़ने वाले टोटो और ऑटो भी अपेक्षाकृत कम नज़र आए। जो भी दर्जनों ऑटो और टोटो चल रहे थे, वो रेलवे स्टेशन के यात्रियों को लाने ले जाने के अलावा वैक्सीन लेने वाले और इलाज के लिए जा रहे व्यक्तियों को लाने ले जाने में लगे रहे। निजी वाहन भी शहर में इक्का दुक्का ही नज़र आए। वहीं दो पहिया वाहनों के पहिये भी थमे रहे।
कोरोना पर काबू के लिये लगाया गया है 38 घण्टे का लॉकडाउन
राज्य सरकार ने कोरोना पर काबू पाने के लिए शनिवार की संध्या चार बजे से सोमवार की सुबह छह बजे तक 38 घण्टे का सम्पूर्ण लॉकडाउन लागू किया है। रविवार होने की वजह से बैंक, सरकारी कार्यालय तो बंद हैं। वहीं स्टेशन रोड, झंडा चौक, जैन गली मार्ग, हटिया रोड, माइका गली, रांची पटना रोड की खाद्य सामग्री, कपड़ा, जूता, चपल, ज्वेलरी, कृषि, ऑटो वाहन, इलेक्ट्रॉनिक, इलेक्ट्रिक और मिठाई की दूकानें भी पूर्णतः बंद रहे। वहीं दवा, पेट्रोल पंप, एलपीजी की दुकानें खुली रही। बहरहाल संडे का फंडा के तहत घरों में कैद रहकर ही लोग दिन भर टीवी, मोबाइल से चिपके रहे। बच्चों व युवाओं ने विभिन्न प्रकार के गेम व प्रतियोगी परीक्षा की तैयारियों में खुद को व्यस्त किया। ज़िले के कोडरमा, डोमचांच, मरकच्चो सतगांवा, चंदवारा और जयनगर में व्यापारिक गतिविधियां ठप रही। सड़कों पर वाहन नहीं चलने से वातावरण प्रदूषण मुक्त रहा।