गिरिडीह पहुंचे शिक्षा मंत्री जगरन्नाथ महतो ने कहा अब ग्रामीण इलाकों में सेविका-सहायिका ही बच्चों को खेल-खेल में पढ़ाई की आदत डालेगी
प्रस्ताव हो चुका है तैयार, जल्द मिलेगा स्वीकृति
गिरिडीहः
ग्रामीण इलाकों में अब सेविका-सहायिका ही आंगनबाड़ियो में बच्चांे को शिक्षित करने की जिम्मेवारी उठाएगी। इसके लिए एक नया प्रस्ताव शिक्षा मंत्रालय में आ चुका है खेल-खेल में पढ़ाई का। सूबे के शिक्षा मंत्री सह उत्पाद-मद्य निषेद्य मंत्री जगरन्नाथ महतो ने इस नए प्रस्ताव की जानकारी प्रेसवार्ता के दौरान शनिवार को गिरिडीह में दिया। सेविका-सहायिका के आभार व्यक्त कार्यक्रम में शामिल गिरिडीह पहुंचे शिक्षा मंत्री ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान दिया। मंत्री ने कहा कि यह अब तक का राज्य में नया फार्मूला है। जिस पर हेमंत सरकार कार्य करने जा रही है। इसके लिए सेविका-सहायिका को उनके मानेदय के बाद 2 हजार का मानेदय अतिरिक्त भुगतान करेगी। मंत्री ने कहा कि इस प्रस्ताव से जुड़ा फाईल उनके पास आ चुका है। लिहाजा, जल्द ही इसका स्वीकृति दिया जाएगा। शिक्षा मंत्री महतो ने पत्रकारों से बातचीत के क्रम में कहा कि इस फार्मूले का मकसद सिर्फ यही है कि हर रोज आंगनबाड़ी केन्द्र आने वाले बच्चों को पढ़ाई की आदत लग सके। क्योंकि शुरुआती दौर में उन्हें आदत लगने के बाद बच्चों को एक मेद्यावी छात्र बनने का रास्ता आसान हो जाएगा। और इसलिए इस प्रस्ताव पर तेजी से कार्य किया जा रहा है। एक सवाल के बाद मंत्री ने गिरिडीह के डीएसई विनय कुमार को निर्देश दिया कि कोरोना काल में मध्याह भोजन के राशि वितरण में गड़बड़ी हुई है। तो जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करें। जबकि एक अन्य सवाल के जवाब में मंत्री ने कहा कि जल्द ही पूरे राज्य के कॉलेजों में शिक्षकों का बहाली किया जाएगा। अब इसकी प्रकिया में हेमंत सरकार जुटी हुई है। क्यांेकि जब उच्च शिक्षण संस्थान में सही तरीके से प्रोफेसर नहीं होगेी, तो छात्रों की क्या पढ़ाई होगी। इधर प्रेसवार्ता के दौरान सदर विधायक सुदिव्य कुमार सोनू भी मौजूद थे।