नौ नक्सली कांड का अभियुक्त हार्डकोर माओवादी श्याम मांझी गिरफ्तार
मुखिया के बेटे के साथ मारपीट कर बोलेरो में लगाई थी आग
गिरिडीह। माओवादियों पर लगाम कसने के लिए सीआरपीएफ और गिरिडीह पुलिस नक्सल प्रभावित इलाकों में लगातार छापामारी अभियान चला रही है। अभियान में पुलिस को कई सफलताएं भी प्राप्त हुई है। शनिवार को भी सीआरपीएफ और खुखरा पुलिस की संयुक्त छापामारी अभियान में एक हार्डकोर नक्सली को गिरफतार किया गया है। हालांकि पुलिस को अभियान में किसी प्रकार के असलहे की बरामदगी नहीं हुई है। इस बात की जानकारी रविवार को गिरिडीह पुलिस कप्तान अमित रेणु ने प्रेसवार्ता आयोजित कर दी। उन्होने बताया कि अभियान में खुखरा-हरलाडीह के पंडरियाटांड से एक हार्डकोर माओवादी श्याम मुर्मु उर्फ श्याम मांझी उर्फ श्याम मंराडी को गिरफ्तार किया गया है। प्रेसवार्ता के दौरान एसडीपीओ नीरज सिंह भी उपस्थित थे।
सीआरपीएफ और जिला बल की संयुक्त छापामारी में किया गया गिरफतार
बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर मधुबन सीआरपीएफ कंपनी 154वीं बटालियन और सैट के ज्वांईट छापेमारी के दौरान पंडरियाटांड गांव में छापेमारी किया गया। छापेमारी के दौरान पुलिस को देखते ही हार्डकोर माओवादी श्याम मांझी भागने का प्रयास करने लगा। जिसके बाद जवानों ने उसे खदेड़कर धर दबोचा। बताया कि नौ नक्सली कांड का नामजद अभियुक्त गिरफतार माओवादी श्याम मुर्मू ने पूछताछ में कई राज उगले है।
इन घटनाओं को दे चुका है अंजाम
वर्ष 2018 में ही माओवादी श्याम ने पीरटांड के एरिया कमांडर नुनूचंद महतो के साथ मिलकर मुखिया गिरजा शंकर के बेटे ओमप्रकाश महतो के साथ मारपीट भी किया था। और उसके बोलेरो वाहन में आग लगा दिया था। ओमप्रकाश महतो से माओवादी श्याम व नुनूचंद टाईगर फोर्स की सदस्यता लेने से नाराज था। 2018 में ही श्याम ने अपने सहयोगी किशुन किस्कू, बैजून किस्कू और दुर्गा टुडु के साथ मिलकर पीरटांड के जोल्हाटांड के समीप बिशनपुर व खेताडाबर मेन रोड में सदाकत अंसारी उर्फ रामेशवर मियां की हत्या गला काटकर कर दिया था। जबकि 2017 में पारसनाथ पहाड़ी के चन्द्रा प्रभु मंदिर के समीप जंगल में हुए पुलिस मुठभेड़ में श्याम मांझी शामिल था।
सुरक्षा बल को उड़ाने का कर चुका है असफल प्रयास
पुलिस कप्तान ने बताया कि वर्ष 2019 में श्याम ने अजय महतो के दस्ते के साथ मिलकर नेमोर और हरलाडीह जाने वाले रोड के पुल के नीचे केन बम लगाकर सुरक्षा बल को उड़ाने की योजना बना रखा था। लेकिन वक्त पर मिली सूचना के कारण पुलिस बच गई थी। यही नही पीरटांड के मेरमगोड़ा निवासी बाबूचन्द्र हेम्ब्रम के घर श्याम मांझी ने पीरटांड के जोनल कमांडर और एरिया कमांडर नुनूचंद महतो के साथ मिलकर बैठक कर सुरक्षा बल के वाहनों को उड़ाने की योजना बना रहा था। एसपी के अनुसार श्याम मांझी पीरटांड और खुखरा के सक्रिय हार्डकोर माओवादियों में शामिल था।