LatestNewsकोडरमाझारखण्ड

पुशपालकों व ग्रामीणों के लिए टेली-मेडिसिन सबित हो रहा है मील का पत्थर

  • अबतक करीब 68 पशुपालकों व ग्रामीणों ने वीडियो कॉल या फोन करके पशु की बिमारियों से कराया अवगत

कोडरमा। टेलीमेडिसिन पशुपालकों व ग्रामीणों के लिए मील का पत्थर साबित हो रहा है। पशुपालक और ग्रामीण अपने-अपने क्षेत्र अंतर्गत प्रथम वर्गीय पशु चिकित्सालय में वीडियो कॉलिंग या फोन करके बीमार पशुओं के इलाज हेतु परामर्श ले रहे हैं। जिला प्रशासन के द्वारा जब टेलीविजन की शुरुआत की गई, तब से पशुपालक एवं ग्रामीण में काफी उत्साह देखने को मिला और इस सुविधा का लाभ उठा रहे हैं। प्रथम वर्गीय पशु चिकित्सालय करमा में अबतक करीब 68 पशुपालकों व ग्रामीणों ने वीडियो कॉल या फोन करके अपने बीमार पशुओं के इलाज कराया हैं, जहां भ्रमणशील पशु चिकित्सक डॉ रंजीत के द्वारा पशुओं का ऑनलाइन समुचित इलाज किया गया और बीमारी के अनुसार मेडिसिन की सलाह दी गयी।

इसके अतिरिक्त प्रथम वर्गीय पशु चिकित्सालय कोडरमा में डॉ मनोज कुमार, प्रथम वर्गीय पशु चिकित्सालय मरकच्चो में डॉ अमरेंद्र कुमार व प्रथम वर्गीय पशु चिकित्सालय चंदवारा में डॉ राम कृष्ण बाउरी के द्वारा टेलीमेडिसिन के माध्यम से बीमार पशुओं का ईलाज किया जा रहा है। बता दें कि जिला प्रशासन की पहल से टेली-मेडिसिन की शुरुआत 15 अगस्त 2021 को की गई थी। इसका उद्देश्य जिले के दूर दराज ग्रामीणों को उनके बीमार पशुओं को सामुचित चिकित्सकीय सुविधा प्रदान करना है।
पशु चिकित्सा शिविर का आयोजन पशुपालन विभाग के द्वारा पशुओं के ईलाज हेतु डोमचांच प्रखंड अंतर्गत मसमोहना में पशुचिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। जहां पशुपालकों एवं ग्रामीणों के टेलीमेडिसिन माध्यम से पशुओं का ईलाज करने हेतु जागरूक किया गया।

Please follow and like us:
Show Buttons
Hide Buttons