गिरफ्तार 30 लाख के तीन इनामी समेत छह हार्डकोर नक्सली सीआरपीएफ कैंप के विरोध में गिरिडीह पुलिस के खिलाफ रणनीति बनाने को जुटे थे
पुलिस और सीआरपीएफ के ज्वांईट आपरेशन में मिली सफलता, 30 लाख के तीन इनामी जोनल कमेटी के सदस्य गिरफ्तार
दुमका के जोनल कमेटी के सदस्य से बरामद एम-16 राईफल काफी अत्याधुनिकः एसपी
गिरिडीहः
पीरटांड थाना के अलग-अलग जंगल इलाकों से गिरफ्तार तीन इनामी समेत छह हार्डकोर माओवादियों को गिरिडीह पुलिस सोमवार को सामने लाई। गिरिडीह-डुमरी रोड के न्यू पुलिस लाईन सभागार में आयोजित प्रेसवार्ता में पुलिस इन छह माओवादियों के साथ और इनके निशानदेही पर असलहे को भी सामने रखा। गिरफ्तार तीनों इनामी माओवादियों में प्रशांत मांझी, प्रभा दी उर्फ प्रभा सोरेन और सुधीर किस्कू पर राज्य सरकार ने 10-10 लाख का इनाम घोषित कर रखा था। यही नही ये तीनों इनामी माओवादी संगठन में जोनल कमेटी के सदस्य थे। सुधीर किस्कू जहां दुमका के शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र के कारी पहाड़ी गांव का रहने वाला है। वहीं पति-पत्नी प्रशांत और प्रभा दी मधुबन थाना क्षेत्र के जोभी टोला के है। लेकिन प्रभा दी का मायका पीरटांड थाना क्षेत्र के मंजरा गांव बताया जा रहा है। प्रेसवार्ता के दौरान एसपी अमित रेणु ने बताया कि प्रभा दी की गिरफ्तारी उसके मायके से ही किया गया है। वहीं तीन अन्य हार्डकोर माओवादियों में रंजीत टुडु और छोटू लाल हांसदा मधुबन थाना के टेसाफूली और ढोलकट्टा गांव का रहने वाला है। जबकि उज्जवल गंझू बोकारो के पेक थाना इलाके के मुचरु गांव का रहने वाला। इधर प्रेसवार्ता में एसपी अमित रेणु के साथ मधुबन सीआरपीएफ के कमांडेट अच्यूतानंद, उप कमांडेट मूलचंद के साथ एएसपी गुलशन तिर्की और डीएसपी प्रमोद मिश्रा भी मौजूद थे।
प्रेसवार्ता के दौरान एसपी रेणु ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस और सीआरपीएफ के ज्वांईट आॅपरेशन के दौरान इन माओवादियों को पीरटांड थाना के बनासो और मंजिरा गांव से गिरफ्तार किया गया। सूचना के आधार पर एसपी के निर्देश पर अलग-अलग टीम गठित बनाकर दोनों गांवो में सर्च आॅपरेशन चलाया गया। और सर्च आॅपरेशन के दौरान इन माओवादियों को हथियार के साथ दबोचा गया। प्रेसवार्ता के दौरान एसपी ने बताया कि पीरटांड के बनासो और मंजिरा गांव में सर्च आॅपरेशन में सुरक्षा बल के जवानों को इन माओवादियों के पास से एक ए-के 47-राईफल के साथ 195 पीस जिंदा कारतूस और दो मैगजीन, दो रेग्यूलर कारबाईन के साथ चार मैगजीन, 72 पीस जिंदा कारतूस, दो चिप्स समेत सोनी कंपनी का रिकार्डर, नक्सली वर्दी, पर्चा और एक डायरी के अलावे नक्सली संगठन से जुड़े गतिविधियों को लेकर दो लैटर बरामद किए गए। जबकि दुमका से 16 प्वांईट का एक राईफल, एसएलआर राईफल के साथ दो मैगजीन, 135 पीस जिंदा कारतूस, दो इंसास राईफल, 50 जिंदा कारतूस, थ्री-नाॅट थ्री का एक राईफल समेत मैगजीन, 315 बोर का एक राईफल, एक हजार पीस डेटोनेटर बरामद किया गया।
एसपी की मानें तो सुधीर किस्कू के निशानदेही पर बरामद एम.16 राईफल काफी अत्याधुनिक है। बताया कि इन माओवादियों के पास से ही टीम को एक लैटर भी बरामद हुआ। जिसमें खुखरा थाना क्षेत्र के पर्वतपुर में निर्माणाधीन सीआरपीएफ कैंप विरोधी नारों का जिक्र है। इसे जाहिर होता है कि निर्माणाधीन कैंप के खिलाफ माओवादियों का इन इलाकों में जुटान होना था। और कैंप के विरोध में पुलिस के खिलाफ माओवादियों की रणनीति काफी बड़ा था। प्रेसवार्ता के दौरान एसपी ने यह भी बताया कि पति-पत्नी के खिलाफ 35 नक्सली केस दर्ज है। इनमें प्रशांत के खिलाफ 32 तो प्रभा दी के खिलाफ 3 केस है। जबकि सुधीर किस्कू के खिलाफ 23 कांड दर्ज है। इसमें दिवगंत एसपी अमरजीत बलिहार का मामला सबसे बड़ा है।