किसान मंच के कार्यकर्ताओं से वार्ता करने पहुंचे गिरिडीह के अपर समाहर्ता समेत कई पदाधिकारी, जारी रहा आंदोलन
गिरिडीहः
पिछले 27 दिनों से शहर के अबेंडकर चाौक मंे धरना पर बैठे गिरिडीह किसान मंच के कार्यकर्ताओं और प्रशासनिक अधिकारियों की पहला वार्ता रविवार को असफल रहा। वार्ता के दौरान कोई निष्कर्ष नहीं निकला, जिसे किसान धरना को समाप्त कर सके। जबकि वार्ता में प्रशिक्षु आईएएस पीयूष सिन्हा और अपर समाहर्ता विल्सन भेंगरा के साथ सदर बीडिओ दिनेश महतो और पीरटांड के अचंल अधिकारी तो दुसरी तरफ किसान मंच के आंदोलन के नेत्तृवकर्ता अवधेश सिंह समेत कई किसान शामिल हुए। वार्ता के दौरान अधिकारियों ने किसानों को भरोषा दिलाते हुए कहा कि जिले के हर अचंल के मौजा के रजिस्टर-टू का नकल किसानों को उपलब्ध कराया जाएगा। और इसके लिए किसी किसान को रेकर्ड रुम में कोई पैसे देने की जरुरत नहीं होगा। वार्ता के दौरान अधिकारियों ने मंच के कार्यकर्ताओं को से यह भी कहा कि रेकर्ड रुम में इसके लिए खास व्यवस्था किया जा रहा है कि जिले के एक-एक किसानों को वक्त पर रजिस्टर-टू का नकल सुविधानुसार मिले। वैसे माहौल कई बार ऐसा भी हुआ कि वार्ता के लिए पहुंचे कुछ अधिकारी मंच के आंदोलनकारियों पर अपना आपा खोते हुए यहां तक कह बैठे कि रजिस्ट्रर-टू के नकल के नाम पर ही पदाधिकारियों और कर्मियों पर पैसे लेने का झूठा आरोप तक लगाया जा रहा है। जबकि मंच के आंदोलनकारी कार्यकर्ता और उनके नेत्तृवकर्ता ने अधिकारियों से सिर्फ यही कहा कि जिले के किसानों को एक तय वक्त दिया जाएं कि सुविधानुसार किसानों को हर मौजा का नकल किस दिन से मिलना तय होगा। लेकिन कोई अधिकारी धरना पर बैठे आंदोलनकारियों को वक्त देने के पक्ष मंे नहीं थे। लिहाजा, वार्ता के लिए दुसरा वक्त बुधवार तय किया गया।
गौरतलब है कि पिछले 27 दिनों से जिले के तिसरी, बेंगाबाद समेत कई मौजा के किसान अपने मौजा के रजिस्टर-टू के नकल को लेकर रेकर्ड रुम के कर्मियों द्वारा घूस मांगने के खिलाफ धरना पर बैठे थे। जिसमें गम्हरा के थाना नंबर 209, उदयपुर के थाना नंबर 310 और भोगतिया लोहारी के थाना नंबर 437 समेत कई मौजा के किसान शामिल है। लेकिन धरना जब अधिक दिनों तक जारी रहा। तो मामले को केन्द्रीय शिक्षा राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने गंभीरता से लिया। और प्रशासन को तुंरत हस्तक्षेप करने का निर्देश दी। इसके बाद रविवार को प्रशिक्षु आईएएस के साथ अपर समाहर्ता और एनडीसी समेत कई पदाधिकारी वहां पहुंचे थे।