अखिल भारतीय चन्द्रवंशी समाज की बैठक में लिए गए कई निर्णय
- आठ जनवरी को बराकर नदी के तट पर होगा वनभोज का आयोजन
गिरिडीह। अखिल भारतीय चन्द्रवँशी समाज की एक आवश्यक बैठक बस स्टैंड के समीप चन्द्रवँशी समाज के कैंप कार्यालय में हुई। बैठक की अध्यक्षता समाज के अध्यक्ष नागेंद्र चन्द्रवँशी एवं संचालन मनोज कुमार मुन्ना ने किया। बैठक में मुख्य रूप से आगामी नववर्ष के आगमन पर चन्द्रवँशी मिलन समारोह सह वनभोज कार्यक्रम का आयोजन के साथ ही संगठन विस्तार पर चर्चा की गई। बैठक में निर्णय लिया गया कि आगामी 8 जनवरी 2023 को बराकर नदी के तट पर चन्द्रवँशी मिलन समारोह सह वनभोज कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। जिसमें प्रत्येक सदस्यों की उपस्थिति अपेक्षित है।
बैठक को सम्बोधित करते हुए समाज के केंद्रीय अध्यक्ष नागेंद्र चंद्रवंशी ने कहा कि हमारे अराध्य देव मगध सम्राट महाराज जरासंध जी को अपमानित करनें वाला अमर्यादित ब्यान हैं, हमलोगो को पूरे देश मे आंदोलन करने को मजबूर किया गया है और चुनौती दी गई इस चुनौती को हम स्वीकार करते है और अटार्नी जनरल आर वेके़टरमणी को माफी मांगने तक आंदोलन जारी रखने का संकल्प लेते है।
चन्द्रवँशी समाज के संरक्षक सह समाजसेवी मुकेश चन्द्रवँशी ने कहा की 8 जनवरी को संगठन का विस्तार किया जाएगा। पूर्व कमिटी में नए सदस्यों को जोड़कर संगठन की ताकत को बढ़ाया जाएगा। प्रखंड स्तर एवं जिला स्तर पर संगठन के विभिन्न विंग बनाए जाएंगे। वहीं संगठन के महासचिव सह अधिवक्ता सूरज नयन ने कहा कि अगले वर्ष 2023 की जरासंध जयंती सह चन्द्रवँशी मिलन समारोह गिरिडीह जिले के चन्द्रवँशी समाज के लिए ऐतिहासिक होगा। इसकी रूपरेखा अभी से बनाई जा रही है। अगले वर्ष माह नवंबर 2023 में पूरे झारखंड के चन्द्रवँशीयों का जुटान गिरीडीह जिले में होगा और एक भव्य एवं आकर्षक शोभा यात्रा के साथ चन्द्रवँशी मिलन समारोह मनाया जाएगा।
संगठन के कोषाध्यक्ष सुदर्शन चन्द्रवँशी ने कहा कि आगामी वर्ष के इस वृहत एवं ऐतिहासिक कार्यक्रम के लिए कोष की व्यवस्था की रूपरेखा तैयार की जा रही है। इसके लिए एक कोष कमिटी बनाई जा रही है जो कमिटी कोष की व्यवस्था करेगी। बैठक में जिला सचिव अमित चन्द्रवँशी, देवेंद्र राम, मिथुन राम, अमित आर्या, शुभम कुमार, विकास रवानी, पवन राम सही कई चन्द्रवँशी उपस्थित थे।