सात दिन बाद भी नहीं मिला दो लापता भाईयों का कोई सुराग
गिरिडीह। तिसरी के पदनाटांड़ गांव सेे लापता दो भाईयों अंशु कुमार व चंदन बरनवाल का सोमवार को सातवें दिन भी कोई सुराग नहीं मिल पाया है। दोनों भाईयों की खोज में तिसरी व लोकाय थाना की पुलिस तीन दिनों से लगातार बिहार के खैरा थाना क्षेत्र के जंगल व गांवो की खाक छान रही है। रविवार को डीएसपी मुकेश महतो भी दोनों भाइयों की तलाश में बिहार कुच किए हैं। दोनों के काॅल डिटेल, काॅल डंप की जांच पुलिस कर रही है। इसके बाद भी पुलिस को कोई सुराग हाथ नहीं लग सका है। पुलिस का दावा है कि शीघ्र ही इस मामले का खुलासा कर लिया जायेगा।
सभी पहलूओं पर जांच कर रही पुलिस
जानकारी के अनुसार डीएसपी मुकेश महतो के नेतृत्व में तिसरी थाना प्रभारी पीकू प्रसाद व लोकाय थाना प्रभारी पप्पू कुमार दर्जनों पुलिस बल के साथ रविवार को खैरा थाना पहुंचे। वहां वे खैरा पुलिस के सहयोग से गरही, गिदेश्वर जंगल सहित अन्य स्थानों पर सर्च अभियान चलाएंगे। काॅल डंप के अनुसार मिली रिपोर्ट पर भी तहकीकात की जायेगी। वहीं संदेहास्पद लोगों की पहचान कर कड़ी पूछताछ की जा रही है। पुलिस गरही डेम में मिले अंशू के पर्स की जांच में भी जुटी है। पुलिस दोनों भाइयों के तलाश के लिये हर पहलू पर जांच कर रही है।
कई लोगों से लिया था लाखों का कर्ज
इधर पीड़ित के पिता मुरारी बरनवाल ने बताया उनके पुत्र अंशु कुमार ने तिसरी के बड़े व्यवसाई सदानंद बरनवाल, मोहन बरनवाल से लाखों का कर्ज लिया था। वहीं सूत्रों के अनुसार कई अन्य लोगों से भी अंशु ने करीब 40 लाख रुपया कर्ज लिया था। हालांकि सभी लोग दोनों भाइयों के लापता होने से इसका खुलासा नहीं कर रहे हैं। बताया कि कर्ज देने वाले वाले साहूकारों ने कर्ज वसूलने के एवज में उनके घर को एग्रीमेंट करवा लिया था। वहीं घर वाले ने बताया कि लॉकडाउन के कारण व्यापार नही चल पाया। बताया कि जब साहूकार लोग अपना पैसा वापस मांगने उसके घर आने लगे, तो उनलोगों ने पैसे के बदले तत्काल घर का एग्रीमेन्ट कर दिया।