उदनाबाद में संचालित सफेद पत्थर के तीन पाउडर फैक्ट्री को एसडीएम ने किया सील
- एक साल से बगैर लाइसेंस के चल रहे थे तीनो प्लांट
- जांच के दौरान फैक्ट्री संचालन में पाई गई कई खामियां
गिरिडीह। खनन टास्क फोर्स की टीम ने मंगलवार को बड़ी कारवाई करते हुए गिरिडीह के सदर प्रखंड के उदनाबाद में एक साथ सफेद पत्थर के तीन पाउडर फैक्ट्री को सील कर दिया। उदनाबाद में पत्थरों का अवैध कारोबार को लेकर सदर एसडीएम के नेतृत्व में टीम ने इलाके के कई फैक्ट्री में छापेमारी की थी और सभी फैक्ट्री मालिक को नोटिस जारी कर सारे डॉक्यूमेंट देने का निर्देश दिया था। वहंीं चार दिन बाद मंगलवार को टीम ने एक साथ तीन फैक्ट्री को सील भी कर दिया। क्योंकि सील किए गए तीनो फैक्ट्री पिछले एक साल से बगैर किसी लाइसेंस के संचालित थे। इतना ही नहीं सील किए गए तीनो फैक्ट्री में बिजली कनेक्शन भी अवैध ही पाया गया। टीम में सदर एसडीएम विषालदिप खलको, डीएमओ सतीश नायक, सदर अंचलाधिकारी रविभुषण प्रसाद, कार्यपालक दंडाधिकारी धीरेंद्र कुमार और सदर एसडीपीओ अनिल सिंह के साथ कई अधिकारी शामिल थे।
मंगलवार को सबसे पहले अजीत साहू के हैप्पी मिनरल ट्रेडर्स के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उसे सील किया गया। मौके फैक्ट्री मालिक तो नही मिले, लेकिन फैक्ट्री में मौजूद कर्मियों ने मालिक और पत्थर के अवैध कारोबारी अजीत साहू के बचाव में जब कुछ बोलने का प्रयास किया तो एसडीएम ने कर्मी को जमकर फटकार लगाया। फटकार लगते हुए जब गिरफ्तार करने की बात कही, तो एसडीएम के सामने फैक्ट्री कर्मी सब कुछ उगलता चला गया। इस दौरान एसडीएम ने अधिकारियों को फैक्ट्री सील करने का निर्देश दिया।
अवैध कारोबारी लाला केडिया के फैक्ट्री बाला जी क्रेशर का भी था। इस फैक्ट्री का भी लाइसेंस एक साल पहले ही खत्म हो चुका था। इसके बाद भी फैक्ट्री अवैध तरीके से संचालित हो रही थी। फैक्ट्री मालिक लाला केडिया ने सील किए जाने की कारवाई से बचने के लिए एसडीएम के सामने कई तर्क दिए, लेकिन एसडीएम ने फैक्ट्री मालिक लाला केडिया को भी फटकार लगाते हुए कहा की अगर कारवाई में बाधा पैदा किए, तो उन्हे हिरासत में लेना मजबूरी हो जाएगा। इसके बाद बालाजी ट्रेडर्स के मालिक लाला केडिया फैक्टी से बाहर निकले, तो एसडीएम के निर्देश पर फैक्ट्री को सील कर दिया गया।
इसके बाद मनीष जालान और रोहित केजरीवाल के रानी सती मिनरल ट्रेडर्स क्रेशर फैक्ट्री को भी सील कर दिया गया। हैरानी की बात तो यह भी रही की चार दिन पहले जब टीम में शामिल अधिकारियो ने रानी सती मिनरल में छापेमारी किया था, तो बड़े पैमाने पर अवैध पत्थरों का स्टॉक पड़ा हुआ था, लेकिन मंगलवार की कारवाई के दौरान सारे स्टॉक गायब मिले, इसे एसडीएम का गुस्सा और भड़क उठा और एसडीएम ने फैक्ट्री में मौजूद कर्मियों से पूछताछ किया। लेकिन कर्मी कुछ बता नही पाया, इसके बाद एसडीएम ने फैक्ट्री कर्मी को फटकार लगाते हुए सीसीटीवी दिखाने को कहा। लेकिन सीसीटीवी कैमरे से भी फुटेज गायब पाया गया। इसके बाद एसडीएम ने तत्काल रानी सती मिनरल क्रेशर को भी सील कर दिया।