लेदा में ग्रामीण हाट का हुआ आयोजन, ग्रामीण बैंक ने लगाया वित्तीय साक्षरता सह कृषि ऋण शिविर
- एफ़पीओ को दिया गया 15 लाख का ऋण, 152 जेएलजी को 4 करोड़ का ऋण किया स्वीकृत
- नाबार्ड किसानों को मार्केट से जोड़ने के लिए है प्रतिबद्ध: सीजीएम
गिरिडीह। सदर प्रखण्ड के लेदा ग्राम पंचायत में बुधवार को नाबार्ड प्रायोजित लेदा ग्रामीण हाट का आयोजन किया गया। जिसका उद्घाटन नाबार्ड झारखंड क्षेत्रीय कार्यालय के मुख्य महाप्रबंधक विनोद कुमार बिष्ट ने किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बतौर मुख्य अतिथि सीजीएम श्री बिष्ट ने कहा कि नाबार्ड किसानों, कारीगरों, एसएचजी, किसान उत्पादक संगठनों/एफ़पीओ/पैक्स आदि को उनके उत्पादों को प्रभावी ढंग से विपणन करने में सक्षम बनाने के लिए ग्रामीण हाटों के निर्माण एवं उन्नयन को बढ़ावा देता है। लेदा स्थित ग्रामीण हाट के लिए नाबार्ड ने ग्राम्य विकास निधि अंतर्गत अनुदान देकर जरूरी अवसंरचना निर्माण एवं सौंदर्यीकरण ग्राम पंचायत के माध्यम से करवाया है। बताया की नाबार्ड द्वारा 2 एफ़पीओ इस क्षेत्र में कार्यरत है जिसमे 1500 से भी अधिक किसान जुड़े हुए है। कार्यक्रम में जेआरजी बैंक क्षेत्रीय प्रबन्धक विजय प्रकाश ने क्षेत्र में नाबार्ड के महती प्रयास की सराहना की। उन्होने कहा की उनका बैंक एफपीओ को सभी तरह के वित्तीय सहयोग करने के लिए कृत संकल्प है।
इस मौके पर झारखंड राज्य ग्रामीण बैंक (जेआरजी बैंक), क्षेत्रीय कार्यालय द्वारा वित्तीय साक्षरता एवं कृषि ऋण शिविर भी लगाया गया। जेआरजी बैंक द्वारा नाबार्ड अंतर्गत एमओयू के अनुसार ज़िले में कृषि सावधि ऋण को बढावा देने के लिए इस वित्तीय वर्ष में 152 जेएलजी के 702 सदस्यों को कुल 4 करोड़ का ऋण स्वीकृत किया गया है। इसके अलावा बैंक ने क्षेत्र के नाबार्ड प्रायोजित आरोही एफ़पीओ को 15 लाख का ऋण भी स्वीकृत किया।
मौके पर डीडीएम नाबार्ड आशुतोष प्रकाश, जेआरजी बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक विजय प्रकाश, सहयोगी संस्था रुद्रा फ़ाउंडेशन के सैयद सबीह अशरफ, सेलको फ़ाउंडेशन के दीपेन्द्र कुमार, लेदा मुखिया शोभा देवी, सिन्दवारिया मुखिया रामेश्वर वर्मा एवं एफ़पीओ के किसान एवं निदेशक एवं आसपास के ग्रामीण काफी संख्या में उपस्थित थे।