धावा दल द्वारा होटलों से तीन बाल श्रमिकों का किया गया रेस्क्यू
- जिला श्रम अद्यीक्षक के नेतृत्व में चलाया जा रहा है अभियान
गिरिडीह। जिला प्रशासन द्वारा गठित धावा दल द्वारा शनिवार को होटलों व प्लांट में छापेमारी कर तीन बाल श्रमिकों को छुड़ाया गया। धावा दल का नेतृत्व जिला श्रम अधीक्षक सह नोडल पदाधिकारी रवि शंकर, बनवासी विकास आश्रम के सचिव सुरेश कुमार शक्ति, कामेश्वर कुमार संरक्षण पदाधिकारी गैर संस्थागत देख भाल, नीति आयोग की जिला समन्वक अंजलि बिन, बचपन बचाओ आंदोलन के मुकेश कुमार के अलावे चाइल्ड लाइन से जुड़ी प्रियंका कुमारी, रूपा कुमारी शामिल थी।
विदित हो कि राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग भारत सरकार द्वारा पैन इंडिया रेसक्यू तथा पूनर्वास कार्यक्रम के तहत 20 नवम्बर से 10 दिसम्बर 2023 तक विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इस दौरान जहाँ भी बाल मज़दूर पाए जायेंगे उनका बचाव किया जायेगा और उन बच्चों को सरकार के योजनाओं का लाभ देकर तथा विद्यालयों में नामांकन कराकर मुख्य धारा से जोड़ा जायेगा। जिले में इसके लिए एक धावा दल का गठन किया गया है जो होटलों, ढाबों में धावा बोलकर बच्चों का रेसक्यू करेंगे। इस धावा दल में सरकारी तथा गैर सरकारी संस्थाओं के लोग भी हैं।
इसी क्रम में शनिवार को धावा दल ने नोडल अधिकारी सह जिला श्रम अधीक्षक रवि शंकर के नेतृत्व में श्रीरामपुर में संचालित पोली बैग फैक्ट्री बेदागाड़ में नीरिक्षण किया गया। हालांकि यहां पर बच्चों को काम करते हुए नहीं पाया गया। उसके बाद टुंडी रोड डांडिडीह के सम्राट होटल, श्री स्वीट्स तथा भोला पंडित मुर्गा भूचड़ खाना से तीन बच्चों को रेसक्यू किया गया तथा बच्चों को बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत किया गया।