भाजपा के नवोदित गिरिडीह जिला कमेटी पर तेज हुआ विवाद, अब महिला मोर्चा ने भी किए तेवर तल्ख
बगावत के सुर पहुंचे जिलाध्यक्ष के साथ पूर्व सदर विधायक तक, जिलाध्यक्ष पर लगाया पिछलग्गू होने का आरोप
गिरिडीहः
लंबे अतंराल के बाद भाजपा गिरिडीह नवोदित जिला कमेटी का विस्तार तो हुआ। लेकिन विवाद भी उतना ही बढ़ गया। अब तो आलम यह है कि विवाद से सिर्फ जिलाध्यक्ष तक सीमित नहीं रहकर विवाद की आंच पूर्व विधायक तक पहुंच गया। फिलहाल विवाद बढ़ना शुरु हुआ। तो यह भी समझा जा सकता है कि विवाद का फलाफल समर्पित कार्यकर्ताओं के अनदेखी के कारण इस्तीफे तक नहीं पहुंच जाएं। अगर ऐसा हुआ तो भाजपा का गिरिडीह कमेटी ताश के पत्तों की तरह धराशयी होते भी देर नहीं लगेगा। जाहिर है कि कोई समर्पित कार्यकर्ता पार्टी में अपना कद घटाकर किसी ऐसे नए चेहरे को पद पर संभवत नहीं देखे। लेकिन इस बार के जिला कमेटी में हुआ भी ऐसा ही। पार्टी के बूथ कमेटी को मजबूत करने वालों को जहां हाशिए पर डाल दिया गया। वहीं पैरवीकारों को पद मिला। लिहाजा, पार्टी में बगावत का शंखनाद होना तय माना रहा था। क्योंकि जिलाध्यक्ष महादेव दुबे द्वारा तैयार किया गया जिला कमेटी का लिस्ट खुद का बनाया नहीं। बल्कि, लिस्ट की पटकथा कहीं और से बनाया गया। इसी का परिणाम है कि बगावत की आंच अब जिलाध्यक्ष के बजाय पूर्व विधायक निर्भय शाहाबादी तक पहुंच चुका है।
बहरहाल, पार्टी में बगावत के बजते बिगुल के बीच सोमवार को सर्किट हाउस में महिला मोर्चा की बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता महिला मोर्चा की अध्यक्ष अंजू सोनी ने की। तो तो बैठक में मोर्चा की अध्यक्ष अंजू सोनी से लेकर जिला मंत्री प्रेमा तिवारी तक जिलाध्यक्ष पर पूर्व विधायक निर्भय शाहाबादी की दलाली करने का आरोप लगा दी। महिला मोर्चा की इन पदाधिकारियों ने जारी लिस्ट में खुद के नाम नहीं देख भड़क उठी। और पैरवी के बलबूते जगह पाने वालो में पार्टी की नेत्री रागिनी लहरी, कविता राज का नाम लेते हुए कहा कि जिलाध्यक्ष अब पूर्व विधायक शाहाबादी के पिछलग्गू बनकर पार्टी संचालन करने लगे है। जिसे महिला मोर्चा हरगिज बर्रादश्त नहीं कर सकती। महिला मोर्चा की समर्पित वर्करों की हुई अनदेखी बता रहा है कि पार्टी के प्रर्देश नेत्तृव ने एक गलत हाथ में जिला प्रमुख का कमान सौंपा है। ऐसे में महिला मोर्चा बुधवार को शहर में झाडू लेकर जिला प्रमुख समेत अन्य पदाधिकारियों का विरोध करेंगी। इस बैठक में जिला मंत्री नीतू शोला, सरिता शर्मा, रोमा मंडल, रीना मंडल, ममता वर्मा, रीना शर्मा, वीणा देवी, कांति देवी समेत कई महिला कार्यकर्ता मौजूद थी।