जीपीएस से लेश हुए रेलवे के पेट्रोलमैन, सर्दियों में पटरी चटकते ही मिल रही जानकारी
- धनबाद के सीनियर डीएसओ ने किया कोडरमा स्टेशन का निरीक्षण
- 16 दिसम्बर को हाजीपुर से सेफ्टी ऑडिट टीम पहुंचेगी कोडरमा
कोडरमा। शरद मौसम में रेल पटरी चटकने जैसी स्वभाविक घटना को रोकने के लिए तकनीकी का सहारा लिया जा रहा है। दिन-रात पेट्रोलिंग करने वाले पेट्रोलमैन को जीपीएस (ग्लोबल प्रोसेसिंग सिस्टम ) से लेश कर दिया गया है। दफ्तर में बैठे अधिकारीगण पेट्रोलमैन की हर गतिविधि को ट्रेस कर सकेंगे।
रेलवे महकमा हुआ अलर्ट
शरद मौसम में रेलवे लाइन सिकुड़ने का व फैक्चर होने की आशंकाओं को लेकर रेलवे महकमा अलर्ट हो गया है। निरीक्षण के लिए भ्रमण भी किया जा रहा है। पटरी फ्रैक्चर मिलने पर कंट्रोल को सूचित करते हैं। सर्दी और गर्मी में रेल पटरिया चटकती है। सर्दी में लाइन सिकुड़ने लगती है। वही गर्मी में फैलती है। कई बार अधिक सिकुड़ने व फैलने से रेलवे पटरी में फ्रैक्चर आ जाता है, जिससे दुर्घटना होने का खतरा भी रहता है। इसलिए निरंतर पेट्रोलिंग की जा रही है।
इधर धनबाद रेल मंडल के ग्रीन कोड व सीआईसी सेक्शन में दिन रात पेट्रोलमैन को लगाया गया है। रविवार को धनबाद रेल मंडल के वरीय मंडल संरक्षा अधिकारी अरविंद कुमार राय कोडरमा निरीक्षण के लिए पहुंचे और उन्होंने बताया कि 16 दिसंबर को पूर्व मध्य रेलवे हाजीपुर से सेफ्टी ऑडिट टीम कोडरमा में पहुंचेगी और रनिंग रूम, केबिन सहित स्टेशन का भ्रमण करेगी। इसी के मद्देनजर उन्होंने स्टेशन पर स्टेशन प्रबंधक के कार्यालय में एक बैठक की। जिसमें यातायात सुरक्षा अधिकारी बसंत कुमार हेंब्रम, इंजीनियरिंग सेफ्टी काउंसिल संजीव सुमन, कोडरमा स्टेशन प्रबंधक ए.के. सिंह, यातायात निरीक्षक अरविंद कुमार सुमन एवं सेफ्टी टीआई कोडरमा केदार प्रसाद मौजूद थे।
पेट्रोलमैन को दिया गया जीपीएस
पेट्रोलमैन को जीपीएस उपलब्ध कराया गया है। जिससे गस्त के दौरान उनके लोकेशन नियंत्रण कक्ष को मिलता रहे। कोई भी सूचना आने पर प्रस्थान का तुरंत पता लगाया जा सकता है। धनबाद रेल मंडल के वरीय संरक्षा अधिकारी एके राय ने कहा कि कोहरे को देखते हुए ट्रेन के चालक, उप चालक को भी सतर्क किया गया है। उन्हें अपने विवेक पर गति सीमा को घटाते हुए, परिचालन करने की बात कही है। वहीं ज्यादा कोहरे की वजह से सिग्नल स्थल के समीप पटाखे लगाए जाएंगे ताकि उन्हें सिग्नल की पूर्ण जानकारी मिल सके।