तिसरी प्रखंड में टीकाकरण के बाद रात में नवजात शिशु की मौत का मामला आया सामने
- परिजनों ने नर्स पर लगाया लापरवाही का आरोप, जांच की की मांग
गिरिडीह। तिसरी के नईटांड़ आंगनबाड़ी सेंटर में गुरुवार को नर्स के द्वारा डेढ़ माह के नवजात शिशु को टीकाकरण होने के बाद देर रात को शिशु की मौत होने का मामला सामने आया है। पीड़ित परिवार द्वारा नर्स पर एक ही समय में चार सुई व दो बार ड्रॉप पिलाने के कारण ही नवजात का मौत होने का आरोप लगा रहे है। मृतक नवजात शिशु का जन्म तिसरी अस्पताल में ही हुआ था। प्रखंड के बेहरवाबाग गांव के रहने वाले नूनमन राय व बच्चे की मां रीना देवी सहित सभी परिजन इस घटना से मर्माहत है।
मृतक शिशु की मां रीना देवी ने बताया की बच्चा का टीकाकरण के लिए नई टांड़ आंगनबाड़ी केंद्र गई थी। केंद्र में नर्स कविता कृष्ण मूर्ति ने सेविका मीना देवी की उपस्थिति में गुरुवार एक बजे चार सुई और दो ड्रॉप पीलाई। उसी समय बच्चा खूब रो रहा था जिसके बाद बच्चे ने हिचकी ली और और रात में उसकी मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलते ही बच्चे के पिता जागेश्वर राय रांची से ससुराल बेहरवा बाग पहुंचा। उन्होंने मामले की जांच की मांग करते हुए कहा कि एक साथ चार सुई देने से ही बच्चे की मौत हुई है। बताया कि वह उनकी पहला संतान था।
इधर नर्स कविता कृष्ण मूर्ति ने कहा कि डेढ़ माह के चार बच्चे को एक जैसा टीकाकरण बीसीजी, ओपीवी, पेंटा दिया गया। इसके साथ कई बच्चांे का टीकाकरण भी किया गया। सहिया टीकाकरण के शाम को हालचाल भी पूछी थी। उस समय तक बच्चा ठीक रहने की जानकारी मिली थी। वहीं चिकित्सा प्रभारी डाक्टर देवव्रत कुमार ने कहा कि टीकाकरण से बच्चे की मौत नही हो सकती। बच्चे को टीकाकरण के बाद प्रतिक्रिया होती तो नर्स के पास एएफआई किट रहता है। जिससे उपचार किया जा सकता था, लेकिन उस समय स्थिति ठीक थी। बच्चे की मौत कैसे हुई यह जांच का विषय है।