पीड़िता के फर्द बयान पर पचंबा थाना पुलिस ने छेड़खानी का केस दर्ज तो कर लिया, अब कार्रवाई के लिए नहीं मिल रहा डीएसपी का निर्देश
डीएसपी ने कार्रवाई का भरोषा देने के बजाय आरोपियों से बातचीत कर मामले की जानकारी लेने की बात कहा
पीड़िता का आरोप कार्रवाई नहीं होने से आरोपी अब परिवार को धमका रहे
गिरिडीहः
रिश्तेदारांे की छेड़खानी का शिकार हुई छात्रा के फर्द बयान पर गिरिडीह के पचंबा थाना पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ केस तो दर्ज कर लिया। लेकिन छेड़खानी के इस गंभीर मामले में डीएसपी का निर्देश नहीं मिलने के कारण आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर पा रही है। थाना में केस दर्ज होने की पुष्टि भी थाना प्रभारी नीतिश कुमार ने किया है। तो मामले में जब डीएसपी संतोष मिश्रा से जानकारी ली गई तो डीएसपी ने कार्रवाई का भरोषा देने के बजाय आरोपियों से बातचीत कर पूरे मामले की जानकारी लेने की बात कहा। तो पीड़िता की मां सबीहा अंजुम भी मामले में उन आरोपियों के पक्ष में बताई जा रही है। क्योंकि छेड़खानी के आरोपी अब्दुल कादिर, शाहिद असंारी और मो. तौहिद पीड़िता की मां के रिश्ते में बताएं जाते है। लिहाजा, पीड़िता की मां भी बेटी के लगाएं आरोपों को गलत ही बता रही है। मामला पचंबा थाना क्षेत्र के चैताडीह के महत्थाडीह का है। जानकारी के अनुसार महत्थाडीह गांव निवासी सज्जाद आलम की बेटी के साथ उसी इलाके के अब्दुल कादिर, मो. तौहिद और शाहिद असांरी समेत कई लोग बीतें 13 मार्च को सज्जाद आलम के घर घुस गए। और उसकी बेटी के साथ मारपीट शुरु कर दिया। इधर पीड़िता ने इन आरोपियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि घटना के वक्त उसके पिता घर पर नहीं थे। सिर्फ छोटी बहनें ही थी। मारपीट के दौरान ही आरोपियों ने उसके कपड़े तक फाड़ डाले। आरोपियों की नीयत जानकर बचाव के लिए पिता को बुलाई। तो पिता के पहुंचने पर सबों ने उसके पिता के साथ मारपीट किया। करीब 10 मिनट तक घर में विवाद होने के बाद सारे आरोपी वहां से फरार हुए। पीड़िता के अनुसार आरोपियों की पीटाई से जख्मी होने के बाद पिता ने उसे सदर अस्पताल में भर्ती कराया। इस दौरान नगर थाना पुलिस ने अस्पताल में उसका फर्द बयान दर्ज किया। इसी फर्द बयान के आधार पर पचंबा थाना में केस तक दर्ज हुआ। लेकिन अब पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। तो दुसरी तरफ एक-दो आरोपी हर रोज उसके घर पहुंच कर उसके परिवार को धमकाते है।