विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर जिला स्तरीय कार्यक्रम का हुआ आयोजन
- जिले के 229 किसानों के बीच केसीसी और पांच लाभुक को पशुधन का किया गया वितरण
- देश का रीढ़ होते है किसान: उपायुक्त
कोडरमा। जिला कृषि पशुपालन एवं सहकारिता विभाग कोडरमा द्वारा सोमवार को विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर कोडरमा के स्थानीय बिरसा सांस्कृतिक भवन में किसानों के बीच किसान क्रेडिट कार्ड एवं मुख्यमंत्री पशुधन योजना के तहत पशुधन वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। किसान क्रेडिट कार्ड एवं मुख्यमंत्री पशुधन योजना के तहत पशुधन वितरण कार्यक्रम के दौरान कुल 229 किसानों को केसीसी एवं 05 लाभुकों के बीच मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना अंतर्गत दुधारू गायों का वितरण किया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि उपायुक्त आदित्य रंजन ने कहा कि किसान देश के रीढ़ होते हैं। ये समाज के अन्नदाता होते हैं। किसानों की प्रगति में ही सम्पूर्ण राष्ट्र का विकास निहित है। हमें कृषि को मात्र भरण पोषण का साधन न मानते हुए व्यवसायिक कृषि के माध्यम से रोजगार के अवसर भी उपलब्ध कराना है। यह तभी संभव है जब उनको कृषि से सम्बंधित जरूरतों को पूरा करने के लिए आर्थिक सहायता उपलब्ध हो। सरकार द्वारा इन्ही जरूरतों को ध्यान में रखते हुए उनको केसीसी ऋण उपलब्ध कराया जाता है। सरकार का लक्ष्य है कि किसानों की आय दोगुनी हो तब ही वे कुछ राशि भविष्य के लिए पूंजी के रूप में बचा पाएंगे।
कहा कि केसीसी सहायता का मुख्य उद्देश्य छोटे किसानों को साहूकारों द्वारा थोपे गए मनमाने ऋण से निजात दिलाना है। सरकार किसानों को खेती में पूंजी के अभाव को दूर करने के लिए किसान क्रेडिट कार्ड से आच्छादित कर रहीं है। इससे जहां किसानों को कम ब्याज दर पर बैंकों से कार्यशील पूंजी मिलेगी। वहीं किसान ऊंचे ब्याज दर वाले साहूकारों के कर्ज के जाल में भी नहीं फंसेंगे और वे कुछ पैसे भी बचा पाएंगे। कृषि विभाग को इस ऋण के संबंध में सभी किसानों को जागरूक करने की आवश्यता है, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इससे लाभान्वित हो सकें।
किसानों को केसीसी के लाभ के बारे में जानकारी देते हुए निदेशक डीआरडीए नेलसम इयोन बागे ने अपने संबोधन में कहा कि केसीसी ऋण सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है। इससे छोटे-छोटे किसानों को अपनी आकस्मिक हितों की पूर्ति में काफी सहायता मिलती है। वहीं जिला कृषि पदाधिकारी, जिला अग्रणी पदाधिकारी, गव्य विकास पदाधिकारी एवं जिला पशु पालन पदाधिकारी ने बारी बारी से अपने अपने विभागों के अंतर्गत चल रहे योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
इस मौके पर जिला अग्रणी प्रबंधक महेश प्रसाद, जिला कृषि पदाधिकारी सुरेश तिर्की, जिला पशुपालन पदाधिकारी, जिला गव्य विकास के तकनीकी पदाधिकारी महेश प्रसाद व कृषि विभाग के अन्य लोग मौजूद थे।