कोलकाता-बनारस बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के लिए गिरिडीह के बगोदर-धनबाद का फाईनल रुट नहीं, लेकिन नक्शा इसी रुट का
कोई और रुट नहीं होने के कारण सर्वे को रेल मंत्रालय ने दिया अनुमति
मुंबई-अहमदाबाद के बाद देश का दुसरा प्रोजेक्ट है कोलकाता-बनारस
एक साल में पूरा होगा सर्वे, उसके बाद सर्वे रिपोर्ट सौंपेगी एजेंसी
अनुमति मिलने के बाद शुरु होगी आगे की प्रकिया
मनोज कुमार पिंटूः गिरिडीहः
साढ़े सात सौ किलोमीटर लंबे बनारस-कोलकाता बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट गिरिडीह के बगोदर से हो कर गुजरेगी। इस खबर मात्र ने गिरिडीह जिले को मानो, एक ड्रीम प्रोजेक्ट के रुप में तोहफे के रुप में मिलने जा रहा हो। क्योंकि जापान के वित्तीय सहयोग से अहमदाबाद-मुंबई के बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के बाद देश का यह दुसरा प्रोजेक्ट होगा। जो गिरिडीह के बगोदर से हो कर गुजरेगा। वैसे बगोदर के नेशनल हाईवे से कुछ किमी दूर जिन गांवो का सर्वे जमीन अधिग्रहण के लिया किया गया। वह बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के लिए ही किया गया। इसे कन्फर्म करते हुए दिल्ली के सर्वे एजेंसी ग्रोवर इंफ्रा के प्रोजेक्ट प्रभारी लोकेश भारद्वाज ने स्पस्ट किया कि साढ़े सात सौ किलोमीटर के कोलकाता-बनारस बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के लिए कोई और रास्ता ही नहीं है। जिसे सर्वे काम को आगे बढ़ाया जा सकें। लिहाजा, रेल मंत्रालय ने इसी रुट पर फिलहाल सर्वे करने की अनुमति दिया है। क्योंकि कोलकाता-बनारस के इस रुट का ब्लूप्रिंट यानि नक्शा बनकर तैयार है। जिसके आधार पर सर्वे शुरु किया गया। वैसे ग्रोवर इंफ्रा के प्रोजेक्ट प्रभारी का यह भी कहना है कि फिलहाल इस रुट को फाईनल नहीं कहा जा सकता। लेकिन पूरे सर्वे को एक साल में पूरा कर सर्वे रिपोर्ट को अगले छह माह के भीतर दिल्ली रेल मंत्रालय को सौंप देना है।
इसके बाद रेल मंत्रालय विचार कर इसकी स्वीकृति देगा। स्वीकृति मिलने के बाद डीपीआार और टेंडर समेत कई और प्रकियाओं को आगे बढ़ाया जाएगा। फिलहाल सर्वे पूरा नहीं हुआ है। जिसे पूरा किया जा रहा है। प्रोजेक्ट प्रभारी का यह भी कहना है कि कोलकाता से लेकर बनारस तक रुट सर्वे के कार्य दिल्ली की यही एजेंसी लगी हुई है। प्रोजेक्ट प्रभारी ने यह भी जानकारी दिया कि इस बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के सर्वे का एक पार्ट पूरा हो चुका है। जिसमें बनारस से लेकर बगोदर होते हुए धनबाद तक सर्वे पूरा हो चुका है। अब सिर्फ बंगाल के हावड़ा का सर्वे होना है। अगले कुछ दिनों में उस पर कार्य शुरु किया जाएगा। प्रोजेक्ट प्रभारी ने यह भी बताया कि धनबाद के बराकर नदी होते हुए बुलेट ट्रेन की रेल पटरी हावड़ा तक पहुंचेगी। वैसे प्रोजेक्ट प्रभारी ने यह स्पस्ट करने से इंकार कर दिया कि एजेंसी ने बगोदर से लेकर धनबाद तक कितने मौजो की जमीन का सर्वे किया। और कितनी जमीन रैयती और सरकारी है।