कोडरमा व्यवहार न्यायलय में हुआ राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन
- नौ बेंचो के माध्यम से कुल 3235 वादों का हुआ निष्पादन
- शीघ्र, सस्ता, एवं सुलभ न्याय पाने का सशक्त माध्यम है लोक अदालत: प्रधान जज
कोडरमा। जिला विधिक सेवा प्राधिकार कोडरमा के तत्वावधान में व्यवहार न्यायालय परिसर में शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। जिसका विधिवत् उद्घाटन प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकार, कोडरमा विरेन्द्र कुमार तिवारी सहित अन्य अतिथियों ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर किया। राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल नौ बेंचो के माध्यम से कुल 3235 वादो का निष्पादन किया गया जिसमे लंबित वादों की संख्या 923 तथा प्री-लिटिगेशन के 2312 मामले (बैंक ऋण व अन्य) शामिल है जबकि विभिन्न विभागों से कुल 22504027/- (दो करोड़ पच्चीस लाख चार हजार सत्ताईस) रुपये राजस्व की वसूली की गई।
मौंके पर प्रधान जिला जज विरेन्द्र कुमार तिवारी ने कहा कि लोक अदालत शीघ्र, सस्ता, एवं सुलभ न्याय पाने का सशक्त माध्यम है। इसके माध्यम से जहाँ एक ओर लोगों के समय एवं पैंसो की बचत होती है, वहीं लोगों को त्वरित न्याय भी मिल पाता है। उन्होंने सभी विभाग के पदाधिकारियों से अधिक से अधिक मामलों के निष्पादन में सहयोग करने की अपील की। कोडरमा के जिला जज प्रथम गुलाम हैदर ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि लोक अदालत की लोकप्रियता दिन प्रतिदिन बढती जा रही है। उन्होंने कहा कि वादों के निष्पादन के दृष्टिकोण से कोडरमा का ग्राफ काफी ऊँचा है। इसके लिए यहाँ के सभी न्यायिक पदाधिकारी बधाई के पात्र है।
जिला जज द्वितीय अजय कुमार सिंह ने कहा कि लोक अदालत में दोनों पक्षों की जीत होती है इसमें कोई पक्ष हारता नहीं है। कहा कि लोक अदालत के माध्यम से समाज के लोगों को सस्ता, सुलभ एवं सरल तरीके से न्याय मिलता है। उन्होंने कहा कि लोक अदालत में दोनों पक्षों की जीत होती है, कोई भी पक्ष हारता नहीं है।
अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष जगदीश सलूजा ने कहा कि प्रधान जिला जज के कुशल मार्गदर्शन में जिला विधिक सेवा प्राधिकार सहित यहाँ की न्यायिक प्रणाली को एक नई दिशा प्रदान की गई है। अधिवक्ता संघ के सचिव मनीष कुमार सिंह ने कहा कि लोक अदालत की सफलता में अधिवक्ताओं का भरपूर सहयोग प्राप्त होगा। धन्यवाद ज्ञापन जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव अभिषेक प्रसाद ने किया जबकि कार्यक्रम का संचालन रणजीत कुमार सिंह ने किया।