ग्रामीणों की आस मनरेगा से विकास कार्यक्रम के तहत जमुआ में मनाया गया मनरेगा महादिवस
- कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य मजदूरों तथा प्रवासी मजदूरों को जॉब कार्ड निर्गत कर मनरेगा से जोड़ना और काम देना: बीडीओ
गिरिडीह। जिले के जमुआ प्रखंड अंतर्गत सभी पंचायतों में मनरेगा के तहत रोजगार महादिवस मनाया गया। ग्रामीण विकास विभाग द्वारा राज्य में मनरेगा के तहत ग्रामीणों की आस मनरेगा से विकास कार्यक्रम 22 सितंबर से 15 दिसंबर 2021 तक चलाया जा रहा है। जिसमे 28 अक्टूबर को सभी पंचायतों में रोजगार महादिवस मनाये जाने का निर्देश प्राप्त था। जिसके आलोक में गुरुवार को सभी पंचायतों में रोजगार महादिवस मनाया गया।
कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए जमुआ बीडीओ अशोक कुमार, बीपीओ जागेश्वर दास एवं संजय चौधरी सहित सभी कनिये अभियंता एवं सहायक अभियंता डोर टू डोर घूम कर अभियान को सफल बनाने में मुस्तेद दिखे। बीडीओ कुमार स्वयं प्रखंड के बेरहाबाद, कारोडीह, चितरडीह, धर्मपुर सहित कई अन्य पंचायतों का दौरा कर लोगों को मनरेगा द्वारा संचालित कार्यक्रम एवं अन्य योजनाओं के बारे में बारीकी से बताया एवं लोगों को मनरेगा से जुड़ कर काम करने के लिए उत्प्रेरित किया।
बीडीओ अशोक कुमार ने कहा कि ग्रामीणों की आस मनरेगा से विकास कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य महिला एवं अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति कोटि के श्रमिकों के भागीदारी में वृद्धि, प्रति परिवार औसतन मानवदिवस में वृद्धि, जॉब कार्ड निर्गत, नवीनीकरण, जॉब कार्ड का सत्यापन, प्रत्येक गांव-टोला में हर समय औसतन 5-6 योजनाओं का क्रियान्वयन प्रत्येक ग्राम पंचायतों में पर्याप्त योजनाओं की स्वीकृति शत् प्रतिशत महिला मेट का नियोजन, एनएमएमएस के माध्यम से मेट द्वारा मजदूरों की उपस्थिति अपलोड करना आदि शमिल है। कहा कि रोजगार महादिवस में सैकड़ों मनरेगा के इच्छुक मजदूरों को जॉब कार्ड निर्गत किया गया। वहीं काम हेतु आवेदन भी प्राप्त किया गया।
मौके पर सभी पंचायतों के पंचायत सचिव, जनसेवक, रोजगार सेवक, बीएफटी के अलावे सभी कनीय अभियंता एवं सहायक अभियंता एवं प्रखंड से नियुक्त प्रवेक्षक उपस्थित थे।