एमपीएल के आंदोलन को समर्थन दे रहे माले नेताओं ने गिरिडीह के विधायक और झामुमो पर कसा तंज
माले नेताओं ने कहा सत्ता में आने के बाद घंमड होना तय है
गिरिडीहः
पहले से घाटे में चल रही गिरिडीह कोलियरी को लेकर सुधारने की दिशा में कोई प्रयास तो नहीं हुआ। लेकिन पिछले 10 दिनों से मैथन पाॅवर लिमिटेड और कोलियरी प्रबंधन के खिलाफ धरना ने कोलियरी को प्रभावित जरुर कर दिया गया। लिहाजा, इसका फायदा इलाके के कोयला चोर अब पूरी तरह से उठा रहे है। क्योंकि ओपेनकाॅस्ट से उत्पादन चालू है। तो ट्रक मालिकों और डीओ होल्डरों के धरने के कारण कोयला उठाव करीब-करीब ठप है। लिहाजा, उत्पादन किए हुए कोयले की चोरी अब इलाके के कोयला चोरों द्वारा किया जा रहा है। धरना पिछले 10 दिनों से चल रहा है तो कोलियरी प्रबंधन खामोश है तो दुसरी तरफ सत्तारुढ़ दल झामुमो और इसी दल के कोटे से स्थानीय सदर विधायक सुदिव्य कुमार सोनू भी इस धरने को समाप्त कराने के बजाय खूब चुटकी ले रहे है। शनिवार को भी जब ओपेनकाॅस्ट में धरना जारी रहा। जहां माले नेता राजेश यादव और राजेश सिन्हा आंदोलनकारियों के समर्थन में पहुंचे थे। इस दौरान झामुमो और विधायक का बगैर नाम लिए माले नेताओं ने तंज कसते हुए कहा कि सत्ता में आने के बाद घमंड ऐसे राजनीति दलों को होना तय है। कांग्रेस के इशारे पर शासन कर रहे हेमंत सरकार का अब अपने ही विधायकों पर कोई नियंत्रण नहीं रह गया है। जिसके कारण एमपीएल चोर दरवाजे से कोयला उठाव करने के प्रयास में है। इस बीच धरने को ट्रक आॅनर्र एसोसिएशन के राजेन्द्र यादव, कंपू यादव कमलचंद साहु, राजेन्द्र राय, मोहम्मद असलम, संतोष यादव, सुधीर राणा समेत कई आंदोलनकारियों ने संबोधित किया।