माले ने मनाया हुल दिवस, शहीद सिधो कान्हो व चांद भैरव को दी श्रद्धांजली
- झारखंड की हेमंत सरकार हर मोर्चे में विफल: राजेश सिन्हा
गिरिडीह। हुल दिवस के मौके पर झंडा मैदान में गिरिडीह में झारखंड के महान वीर योद्धाओ सिधो कान्हो, चांद भैरव को याद कर उनकी तस्वीर में माल्यर्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। मौके पर माले के विधानसभा प्रभारी राजेश सिन्हा, माले नेता निशान्त भाष्कर, इंकलाबी नौजवान सभा के जिला कमेटी सदस्य उज्जवल साव, मृत्युंजय कुमार, सरिता कुमारी, जिला कमिटी सदस्य प्रीति भाष्कर, निशार शेख, शमीम शेख, शशि राणा आदि मौजूद थे।
मौके पर माले नेता राजेश सिन्हा ने झारखंड के महान योद्धाओं के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि झारखंड में 1855 में ही अंग्रेजो को खदेड़ने की नीति हमारे मूलवासी आदिवासियों ने शुरु कर दी थी। इस दौरान उन्होंने अंग्रेजो के दांत खट्टे कर दिए थे। कहा कि आज का दिन भारतवासियों के लिए ऐतिहासिक दिन है। जबकि केन्द्र व राज्य सरकार आदिवासियों और मूल वासियों के लिए सुविधा के नाम पर कागजी दिखावा करती है। हालांकि सरकार को चाहिए की इन लोगांे को बेहतर से बेहतर सुविधा प्रदान करें और पारंपरिक चीजो को करने के लिये बढ़ावा भी दें।
माले नेताओ ने कहा कि आज के ही दिन माले के कार्यकर्ताओ नें गरीबो के हक और अधिकार के लिए लोकल क्षेत्रो में भी आंदोलन का विगुल फुकने की बात की है। कहा कि झारखंड की हेमंत सरकार हर मोर्चे में विफल साबित होते जा रही है। झारखंड सरकार द्वारा बराबर यह घोषणा किया जा रहा है कि लोगों को रोजगार दिया जाएगा, लोन इत्यादि देकर लोगों के बीच बेरोजगारी दूर करने की बात करती है। जबकि बालू उठाव पर रोक एवं पत्थर क्रेसर बंद हो जाने से लाखों ग्रामीण मजदूर एवं ठेका श्रमिकों के बीच भूखों मरने की स्थिति उत्पन्न हो गई है।