भगवान पारसनाथ का मनाया गया निर्वाण मोक्ष कल्याणक महोत्सव
- श्रावण शुक्ला सप्तमी के दिन ही भगवान पार्श्वनाथ ने शिखर जी पर्वत पर प्राप्त की थी मोक्ष
कोडरमा। भगवान पारसनाथ का निर्वाण मोक्ष कल्याणक महोत्सव आज बड़े ही धूमधाम के साथ जैन समाज के दोनों मंदिरों में मनाया गया। भगवान पार्श्वनाथ के जयकारों से पूरा मंदिर और शहर गुंजायमान हो रहा। प्रातः पानी टंकी रोड नया जैन मंदिर में जैन संत पूज्य गुरुदेव विशल्य सागर जी के सानिध्य में भगवान का मस्तकाभिषेक विश्व शांति धारा का पाठ किया गया। पाठ करने का सौभाग्य सुरेश झाझंरी और सुरेंद्र जैन काला परिवार को मिला। मुख्य निर्वाण लडू भगवान के चरणों में सुरेंद्र जैन काला परिवार के द्वारा चढ़ाया गया। मानस्तंभ में विराजमान भगवान पार्श्वनाथ के चरणों में लड्डू सुशील छाबड़ा, ललित शेट्टी, सुशील पांड्या, शांतिलाल छाबड़ा परिवार द्वारा चढ़ाया गया। वहीं जैन धर्म का सर्वाेच्च तीर्थ मधुबन पारसनाथ पहाड़ की परिकल्पना करते हुए जैन समाज की महिलाएं पुरुष बच्चे केसरिया वस्त्र में जय पारस के जयकारों का उद्घोष करते हुए चल रहें थे। हाथों में लाठी, पूजा का थैला और निर्वाण लाडू लेकर जुलूस के रूप में नगर भ्रमण करते हुए बड़ा मंदिर स्टेशन रोड पहुंचे। सुबोध गंगवाल के 24 टोंक के भजनों ने भक्तजनों को झूमने पर मजबूर कर दिया। शोभायात्रा स्टेशन रोड बड़ा मंदिर पहुंचने पर मूलनायक भगवान पारसनाथ की शांति धारा का सौभाग्य अभिषेक गंगवाल, विकास सेठी, शैलेश छाबड़ा, उनकी टीम को प्राप्त हुआ।
इस मौके पर धर्म सभा को संबोधित करते हुए जैन महामुनी तपस्वी विशल्य सागर जी ने कहा कि आज श्रावण शुक्ला सप्तमी के दिन ही जैन धर्म के 23वें तीर्थंकर भगवान पारसनाथ झारखंड क्षेत्र के सम्मेद शिखर पर्वत से मोक्ष की प्राप्ति किए थे। भगवान पार्श्वनाथ ने अपने जीवन में बहुत अधिक तप, त्याग और तपस्या की, भयंकर उपसर्ग और कष्टों को झेला है। तत्पश्चात अपने कर्मों की निर्जरा कर मोक्ष को प्राप्त किया है। इसलिए वह सभी भक्तों के दिल में मन मंदिर में बसते हैं, हम सभी भक्तजन भी उनके जीवन से शिक्षा लें और अपने जीवन को समता पूर्वक सद्भाव के साथ आगे बढ़ाएं। तभी यह मनुष्य जीवन सार्थक बन सकता है। इस मौके पर निवर्तमान पार्षद पिंकी जैन और मीडिया प्रभारी नवीन जैन ने गुरुदेव के चरणों में श्रीफल अर्पित कर आशीर्वाद प्राप्त किया।
समाज के मंत्री ललित सेठी, कार्यक्रम के संयोजक सुरेंद्र जैन काला, उप मंत्री नरेंद्र झाझंरी, सह मंत्री राज छाबड़ा ने भी भक्त जनों को संबोधित किया। मंदिर निर्माण के संयोजक सुरेश झाझंरी, सुशील छाबड़ा ने भी भक्त जनों को तन मन धन के साथ धर्म के क्षेत्र, मंदिर निर्माण में कार्य करने की अनुमोदना की।
मौके पर महिला समाज की अध्यक्ष नीलम सेठी, मंत्री आशा गंगवाल, भंडारी सुनील शेट्टी, सह कोषाध्यक्ष सरोज जैन, जैन युवक समिति के अध्यक्ष राजीव छाबड़ा, समाज के अग्रणी जयकुमार गंगवाल, सुरेश शेट्टी चतुर्मास कमेटी के सह संयोजक मनोज गंगवाल, रुपेश छाबड़ा, ऋषभ सेठी, विकास पाटोदी, दिलीप बाकलीवाल, अजय सेठी, मुकेश सेठी, हनुमान पाटनी, मनीष सेठी, लोकेश पाटोदी, संजय गंगवाल आदि लोग उपस्थित थे। जिन्होंने इस कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना सहयोग दिया। कार्यक्रम की जानकारी जैन समाज के मीडिया प्रभारी नवीन जैन, राजकुमार अजमेरा ने दी।