झंडा मैदान में हुआ रोजगार मेला का आयोजन, उपायुक्त ने किया उद्घाटन
- रोजगार के रूप में अवसर का लाभ उठाए प्रशिक्षित युवा
- बीस हजार से अधिक आए आवेदन, करीब 18 से अधिक निजी कंपनी के प्रतिनिधि हुए शामिल
गिरिडीह। गिरिडीह नियोजन कार्यालय के द्वारा राज्य सरकार के श्रम, नियोजन, प्रशिक्षण और कौशल विकास विभाग कार्यक्रम के तहत शहर के झंडा मैदान में भव्य रोजगार मेला का आयोजन किया गया। मेले में बीस हजार से अधिक प्रशिक्षित और रजिस्टर्ड बेरोजगार युवाओं की भीड़ जुटी। वहीं मेला में गिरिडीह समेत देश भर के 18 से अधिक निजी कंपनी के प्रतिनिधि शामिल हुए। जबकि डीसी कार्यालय में कंप्यूटर ऑपरेटर के 18 पद को भी मेले में शामिल किया गया। मेला का उद्घाटन डीसी नमन प्रियेश लकड़ा, प्रोबेशनल आईएएस उत्कर्ष कुमार, अपर समाहर्ता विल्सन भेंगरा, डिप्टी मेयर प्रकाश सेठ, सांसद प्रतिनिधि दिनेश यादव ने दीप जलाकर किया। मौके पर नियोजन कार्यालय द्वारा रजिस्टर्ड दो युवाओं को डीसी ने अलग अलग कंपनी के पद के लिए जॉनिंग लेटर देने के साथ बधाई और शुभकामनाएं दिया।
मौके पर डीसी श्री लकड़ा ने कहा कि महामारी के बाद युवाओं को रोजगार से जुड़ने का मौका मिला है और नई पारी शुरू करने का अवसर हासिल हुआ है। युवा इस मौके को गवांए नही। क्योंकि नौकरी जिस रूप में मिले, वो हासिल कर युवा खुद का रास्ता आगे के लिए तय कर सकते है और निजी कंपनी में कई ऐसे पोस्ट होते है जिसके लिए युवाओं को प्रशिक्षित होना जरूरी है।
नियोजन अधिकारी प्रत्युष शेखर ने कहा कि तीन साल से निजी कंपनी द्वारा भर्ती के लिए वेकैंसी नही निकाला गया था। इस दौरान पूरे जिले से 48 हजार से अधिक युवाओं ने नौकरी के लिए आवेदन किया था। जबकि तीन साल बाद के इस रोजगार मेले में दो हजार युवाओं को नौकरी दिया जाना है। इसमें अलग-अलग कंपनी के लिए मैकेनिकल अभियंता, बिक्री एक्सक्यूटिव, स्कूल के प्रिंसिपल पोस्ट के साथ सहायक प्रिंसिपल, नर्सिंग होम में सहायक नर्स, ऑपरेटर, महिला शिक्षक, इलेक्ट्रीशियन, प्लंबर, टीम लीडर समेत कई पोस्ट शामिल हैं। जिसके लिए दस हजार से अधिक आवेदन आए हुए है।
इधर रोजगार मेला में डीसी कार्यालय में कंप्यूटर ऑपरेटर के 18 पोस्ट के लिए युवाओं के साथ युवतियां भी फार्म भर्ती नजर आई। जबकि मेले में नियोजन कार्यालय से रजिस्टर्ड कंपनियों में गिरिडीह के प्रदीप इलेक्ट्रिक समूह, विश्वनाथ नर्सिंग होम, गोयनका हॉस्पिटल, शिवम स्टील समूह, अतिबीर समूह, कार्बन रिसोर्स, मॉडर्न पब्लिक स्कूल, गुजरात के टाटा मोटर्स, सुजुकी मोटर्स, सिक्योरिटी कंपनी कोबरा लाइन, न्यू दिल्ली के इंडियन कॉफी हाउस समेत 18 कंपनी शामिल थी।