इंटक के गिरिडीह कार्यसमिति की बैठक में प्रर्देश महासचिव का कोयला चोरी को लेकर प्रशासन और सीसीएल प्रबंधन पर निकला गुस्सा
गिरिडीहः
कांग्रेस के असंगठित मजदूर संगठन इंटक के गिरिडीह कार्यसमिति की बैठक बुधवार को परियोजना कार्यालय के कांफ्रेस हॉल में हुआ। कार्यसमिति की बैठक में इंटक के प्रर्देश अध्यक्ष उदय प्रताप सिंह और प्रर्देश महासचिव देवतानंद दुबे के साथ युवा इंटक के प्रर्देश ऋषिकेश मिश्रा और जिलाध्यक्ष सरफराज भी शामिल हुए। इस दौरान जिला कार्यसमिति की बैठक में प्रर्देश महासचिव देवतानंद दुबे ने गिरिडीह के कोलियरी से लगातार हो रहे कोयला चोरी पर परियोजना पदाधिकारी और स्थानीय भड़के। कार्यसमिति की बैठक में इंटक के प्रर्देश अध्यक्ष और महासचिव के संबोधन पूरी तरह से सिर्फ कोयला चोरी को लेकर गुस्सा था। तो प्रर्देश महासचिव ने कोयला चोरी रोकने को लेकर पुलिस के प्रयास को आईवॉश बताया। और कहा कि इन प्रयासों से कभी चोरी बंद नहीं हो सकता। तो दुसरी तरफ ओपेनकॉस्ट और कबरीबाद खदान पूरी तरह से पिछले दो साल से बंद पड़े है। लिहाजा, अब प्रयास है कि हर हाल में दोनों खदानों को चालू कराया जाएं। इसके लिए इंटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष ददई दुबे सीएमडी से वार्ता भी कर रहे है। क्योंकि अगस्त माह में दोनों खदानों को सीटीओ मिलने की बात कही गई है। लेकिन जिस प्रकार से प्रशासन के मिलीभगत से कोयला चोरी हो रही है। उसे प्रशासन और सीसीएल प्रबंधन दोनों ही जिम्मेवार है।
इधर प्रर्देश अध्यक्ष उदय प्रताप सिंह ने जिला कार्यसमिति की बैठक में मौजूद कार्यकर्ताओं के बीच कहा कि इंटक को मजबूत कर ही असंगठित क्षेत्र के मजदूरों के अधिकार की लड़ाई लड़ना संभव है।

प्रर्देश अध्यक्ष ने कहा कि पहले जागरुरकता के अभाव में सीसीएल के लोडिंग और अनलोडिंग काम में लगे मजदूरों को उनका अधिकार नहीं मिल पाता था। लेकिन अब हालात बदले, और इंटक गिरिडीह में मजबूत हुआ है। इस बीच कार्यसमिति की बैठक को युवा इंटक के प्रर्देश अध्यक्ष ऋषिकेश मिश्रा ने भी संबोधित किया। जबकि बैठक के दौरान चुनाव भी संपन्न हुआ। जिसमें अध्यक्ष मनोज दास तो उपाध्यक्ष अमन बेसरा, सचिव सुल्तान अंसारी, सहायक सचिव बबलू अंसारी, और कोषाध्यक्ष बंसत चौधरी को बनाया गया। वहीं बैठक में मुर्शीद अंसारी, गोंविद तूरी, सुनील कुमार समेत कई मौजूद थे।