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क्रैन चालक के मौत के मामले में बालमुंकुद स्टील फैक्ट्री के हाईवोल्टेज डामा में फंसे प्रशासनिक पदाधिकारी, ढाई लाख मुआवजा दिलाकर किया शांत

प्लांट में हुए मौत के मामले में बालमुंकुद फैक्ट्री प्रबंधन ने मानवता को किया तार-तार

प्रबंधन के खिलाफ मंगलवार तक कार्रवाई का वक्त देकर परिजनों को किया शांत

गिरिडीहः
क्रैन चालक का बालमुंकुद स्टील फैक्ट्री में हुए मौत के दुसरे दिन रविवार को परिजनों और मुहल्ले वालों ने फैक्ट्री गेट जाम कर दिया। परिजन और माले नेताओं का आक्रोश भड़का हुआ था। लिहाजा, एसडीएम प्रेरणा दीक्षित के निर्देश पर फैक्ट्री परिसर में भारी सुरक्षा बल के जवानों को तैनात कर दिया गया था। मृतक के आश्रितों को न्याय दिलाने के लिए नगीना सिंह रोड की महिलाएं और युवतियां भी गेट जाम आंदोलन में शामिल हो गई। भाकपा माले नेता राजेश यादव और राजेश सिन्हा के नेत्तृव में परिजनों और मुहल्ले वाले गेट जाम कर फैक्ट्री प्रबंधन के खिलाफ सुबह से ही धरना-प्रदर्शन शुरु हो चुका था। तो दुसरी तरफ मुफ्फसिल थाना में माले नेताओं व परिजनों के साथ सदर एसडीएम प्रेरणा दीक्षित और एसडीपीओ अनिल सिंह के साथ वार्ता हुआ। जिसमें मृतक के आश्रितों को ढाई लाख का मुआवजा देने की बात हुई। जबकि माले नेता और परिजन प्रबंधन से आठ लाख की मांग कर रहे थे। लेकिन घटना के दिन से ही फैक्ट्री प्रबंधन के हाईवोल्टेज डामे में स्थानीय प्रशासिनक पदाधिकारी भी फंस गए। इसका असर हुआ कि एसडीएम प्रेरणा दीक्षित और एसडीपीओ अनिल सिंह परिजनों और माले नेताओं पर ढाई लाख लेने का दबाव बनाना शुरु कर दिए। इसके बाद ढाई लाख पर ही सहमति बनी। हालांकि एसडीएम ने इस दौरान आक्रोशित परिजनों को मंगलवार का वक्त देते हुए मौत और फैक्ट्री प्रबंधन के मनमाने रवैये के खिलाफ कार्रवाई का भरोषा देकर शांत की। मुआवजे को लेकर बनी सहमति के बाद प्रदर्शन कर रहे लोग गेट से हटे।


जबकि इसे पहले गिरिडीह-धनबाद रोड के चतरो स्थित बालमुंकुद फैक्ट्री के गेट पर सारा दिन जाम लगा रहा। परिजन, मुहल्ले वालों के पक्ष में माले नेताओं का प्रदर्शन लगातार चलता रहा। इस दौरान फैक्ट्री से हर मालवाहक वाहनों के आने-जाने पर पूरी तरह से रोक लगा था। प्रदर्शन कर रहे लोगों में फैक्ट्री प्रबंधन के खिलाफ गुस्सा साफ झलक रहा था। स्थिति को देखते हुए ही कार्यपालक दडांधिकरी धीरेन्द्र कुमार और जिला समाज कल्याण पदाधिकारी ज्योति वंदना कुजूर भी फैक्ट्री के कार्यालय में ही बैठी रही। परिजन यहां भी पदाधिकारियों से बात कर रहे थे। इस दौरान पदाधिकारियों को जब पता चला कि फैक्ट्री के सारे सीसीटीवी कैमरे खराब है तो पदाधिकारियों ने प्रबंधन के पदाधिकारियों को खूब फटकार लगाया। और हालात को सुधारने की नसीहत भी दिया।

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