बेंगाबाद के हत्या के 15 साल पुराने मामले में गिरिडीह के थर्ड एडीजे के कोर्ट ने सात आरोपियों पर किया आरोप गठित, 22 को पहले हो चुका है सजा, 10 आरोपी पर बहस जारी
गिरिडीहः
पुरानी रंजिश को लेकर हुए हत्या के 15 साल पुराने मामले में गिरिडीह के तृतीय अपर जिला एंव सत्र न्यायधीश सौमेन्द्र नाथ सिकदर के कोर्ट ने सात आरोपियों पर आरोप गठित किया है। वहीं अब मंगलवार को सजा के बिंदुओ पर न्यायधीश फैसला सुनाएगें। जबकि हत्या के इसी मामले में 10 और आरोपी को लेकर कोर्ट अब भी बहस चल रहा है। तो 22 आरोपियों को कुछ साल पहले ही फास्ट ट्रैक कोर्ट में सजा सुनाया जा चुका है। जिसमें 5 आरोपियों को पहले सुनाया गया था। तो 17 आरोपी को छह साल पहले सजा हो चुका था। वहीं अब न्यायलय द्वारा इन 10 आरोपियों पर भी जल्द ही बहस की प्रकिया को पूरा कर सकता है। तो वैसे शुक्रवार को जिन सात आरोपियों पर आरोप गठित हुआ। उसमें जिले के बेंगाबाद थाना क्षेत्र के छोटकी खरगडीह गांव निवासी इब्राहिम अंसारी, अनवर अंसारी, सोमर मिंया, बुटु मिंया, श्मसुद्दीन अंसारी, मिस्टर मियां और सब्बा मिंया शामिल है।
जानकारी के अनुसार गिरिडीह के बेंगाबाद थाना इलाके के छोटकी खरगडीहा गांव के करीब 32 आरोपी साल 2009 के 10 जनवरी के दिन बेंगाबाद के चुंगलो सोती गांव पहुंच कर उसी गांव के हैदर अंसारी के घर को घेर लिया था। इस दौरान सारे आरोपियों ने हैदर अंसारी के घर को घेरते हुए उसे जब बाहर निकलने को कहा, तो मृतक हैदर की बहन आमना खातून घर से बाहर निकली। इस दौरान कुछ आरोपी घर के भीतर घुसे, और हैदर अंसारी को खींच कर बाहर निकाला। आरोपियों के हाथ में रॉड और धारदार हथियार देखकर मृतक हैदर अंसारी किसी तरह उनके चंगुल से निकल कर जान बचाकर भागने लगा।
इस दौरान 32 आरोपियों समेत कुछ अज्ञात लोगों ने दौड़ाकर-दौड़ाकर मृतक हैदर को पकड़ा, और उसे चुंगलो सोती जंगल ले गए। जहां उसे इतना पीटा कि वो अधमरा हो गया। और उसे उसी हालत में जंगल में छोड़कर फरार हो गए। कुछ देर बाद मृतक की बहन आमना खातून अपने पति के साथ भाई को जंगल से घायल अवस्था में सदर अस्पताल पहुंचाई। जहां इलाज के क्रम में हैदर अंसारी की मौत हो गई थी। मृतक की मौत के बाद उसकी बहन आमना के फर्द बयान के आधार पर बेंगाबाद पुलिस ने 32 आरोपियों को नामजद अभियुक्त बनाया था। और जब ट्रायल शुरु हुआ, तो मामले में बचाव पक्ष की और से अधिवक्ता विशाल आनंद के साथ अजीत राय समेत एक अन्य अधिवक्ता द्वारा लगातार 15 साल तक बहस किया गया। जबकि अपर लोक अभियोजक सुधीर कुमार द्वारा भी बहस किया गया। वहीं शुक्रवार को अपर लोक अभियोजक के बहस के आधार पर तृतीय अपर जिला एंव सत्र न्यायधीश के कोर्ट ने सात आरोपियों पर आरोप गठित किया।