एमपीएल के कोयला उठाव नीति के विरोध में ट्रक मालिक हुए मुखर, बढ़ती तकरार ने राजनीतिक दलों की परेशानी बढ़ाया
विवाद बढ़ता देख स्थानीय सदर विधायक सोनू ने किया अब खुद को अलग
गिरिडीहः
मैथन पाॅवर लिमिटेड एमपीएल द्वारा गिरिडीह के कोल परियोजना से कोयला उठाव को लेकर तकरार खत्म नहीं हो रहा है। एक तरफ राजनीतिक दल इस मुद्दे पर खूब रोटी सेंक रहे है। तो दुसरी तरफ ट्रक आॅनर्र एसोसिएशन एमपीएल द्वारा कोयला उठाव को अपनी प्रतिष्ठा का विषय बना लिया है। लिहाजा, परेशानी मैथन पाॅवर लिमिटेड की बढ़ी है तो इसके पक्ष में खड़े राजनीतिक दल भी परेशान है। वैसे विवाद बढ़ता देख स्थानीय सदर विधायक सुदिव्य कुमार सोनू ने खुद को मामले से फिलहाल अलग कर रखा है। इधर विवाद हर रोज ही बढ़ रहा है। शनिवार को ही ट्रक आॅनर्र एसोसिएशन की बैठक बनियाडीह स्थित एसोसिएशन के कार्यालय में हुआ। यह अलग बात रही कि बैठक में कोई ठोस फैसला तो नहीं हो पाया। लेकिन बैठक में मौजूद एसोसिएशन के बनियाडीह के अध्यक्ष राजेन्द्र यादव और जिलाध्यक्ष कंपू यादव ने मैथन पाॅवर लिमिटेड के नीति को गलत बताते हुए कहा कि 40 साल के पुराने एकरारनामे का नियम तोड़कर कंपनी ओपेकाॅस्ट कोयला खदान से कोयला उठाव करना चाहती है। जबकि एकरारनामा में स्पस्ट जिक्र है कि उत्पादन कोयले का 40 फीसदी हिस्सा रोड सेल को उपलब्ध कराया जाएगा। तो दुसरी तरफ कंपनी रोड सेल के नियम को तोड़कर हाईवा-पेलोडर से कोयला उठाव कराने के प्रयास में है। और यही नीति मजदूर और ट्रक मालिक विरोधी है। एसोसिएशन के पदाधिकारियों का यह भी कहना रहा कि मैथन पाॅवर लिमिटेड इसे पहले भी कोयला उठाव किया है। लेकिन रेलवे के रैक प्वांईट के माध्सम से। बताते चले कि मैथन पाॅवर लिमिटेड ने ओपेनकाॅस्ट खदान में दो हजार टन का डीओ लगाया है। जिसे कंपनी की और से सारे नियमों के विपरीत कोयला उठाव करने के प्रयास में है। इधर बैठक में कमलचंद साहु, मो. असलम, विजय सिंह, राजेन्द्र राय, गुड्डु सिंह, संतोष यादव, अरुण यादव, सुरेश राम, भेरो मंडल, मो. मुबारक समेत कई मौजूद थे।