सरकार की वादाखिलाफी से नाराज राष्ट्रीय ओबीसी मोर्चा नहीं मनाएगा होली
- देश की संपत्ति को निजी हाथों में देने से देश हो रहा है कमजोर: राजेश गुप्ता
- राज्य सरकार वादा करने के बावजूद भी ओबीसी समुदाय का नही बढ़ा रही है आरक्षण
राँची। राष्ट्रीय ओबीसी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार गुप्ता ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि देश की संपत्ति को निजी हाथों में देने से देश कमजोर हो रहा है, महंगाई चरम पर है। देश के युवाओं को अनुबंध, आउटसोर्सिंग और निजी कंपनियों में नौकरी करना बंधुआ मजदूरी करने के समान है। सरकार किसानों को सुन नहीं रही है। दूसरी तरफ राज्य सरकार वादा करने के बावजूद भी ओबीसी समुदाय का आरक्षण बढ़ाकर 50 प्रतिशत नहीं कर रही है। ऐसी परिस्थिति में राष्ट्रीय ओबीसी मोर्चा होली नहीं मनाने का निर्णय लिया है। जब राज्य के बड़े समुदाय के घरों में खुशहाली नहीं हो, बेरोजगारी, भुखमरी रहे तो वह होली कैसे मना सकते है। कहा कि होली मनाने के बजाय ओबीसी मोर्चा के पदाधिकारी और कार्यकर्ता अपने हक और अधिकार के लिए बड़े आंदोलन का संकल्प लेंगे।
कहा कि सरकार अब संविधान के अनुसार कल्याणकारी योजनाओं का सृजन नहीं कर रही हैं। बल्कि चंद उद्योगपतियों के लिए योजनाएं बना रही है। जिसका खामियाजा इस देश के युवाओं को भुगतना पड़ रहा है। देश में संविधान से इतर कल्याणकारी भावनाओं को छोड़कर महाजनों, सामंतवादियों जैसा नीति बनाई जा रही है जिनमें अनुबंध आउटसोर्सिंग, निजी क्षेत्र की नौकरियों में काम करने वाले चाहे वह आगड़ा हो या पिछड़ा युवाओं को उतने ही पैसे मिलते हैं जिससे मुश्किल से वह अपना और अपने परिवार को पेट चला सके। शिक्षा, दवाई आदि के लिए उसे दूसरे पर निर्भर रहना पड़ता है।
कहा कि राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग ने ओबीसी समुदाय का आरक्षण 50 प्रतिशत तक बढ़ाने की अनुशंसा राज्य सरकार से की थी लेकिन राज्य सरकार ने ओबीसी समुदाय से चुनाव के दौरान किये गये वादे को भी दरकिनार करते हुए एक साल से अधिक समय बीत जाने के बाद भी इस दिशा में कोई पहल नही की गई है। प्रेस वार्ता में मोर्चा के विनय कुमार चंद्रवंशी, संगठन सचिव शत्रुघ्न राय व विरेंद्र प्रसाद उपस्थित थे।