कोरोना के बढ़ते संक्रमण पर गिरिडीह प्रशासन ने भी किया सख्ती, जिले में शुरु किया गया वाहन जांच अभियान
बगैर माॅस्क के वाहन लेकर निकले तो भरना पड़ेगा जुर्माना
गिरिडीहः
कोरोना के बढ़ते संक्रमण ने लोगों की चिंताओं को बढ़ाया है। तो गिरिडीह प्रशासन भी हरकत मंे आ चुका है। अलर्ट पर स्वास्थ विभाग है तो प्रशासन की सख्ती भी बढ़ चुकी है। पिछले तीन दिनों से पूरे जिले में मुंह पर माॅस्क लगाना अनिर्वाय कर दिया गया है। शनिवार को ही पूरे जिले में वाहन जांच अभियान चलाया गया। इस दौरान शहर के बड़ा चाौक पर कार्यपालक दडांधिकारी ज्योति वंदना कुजूर और धीरेन्द्र कुमार के नेत्तृव में जांच अभियान चलाया गया। साथ में एसडीएम कार्यालय के सहायक संजीत कुमार भी मौजूद थे। इधर शहर के अबेंडकर चाौक की कमान यातायात निरीक्षक प्रेम रंजन उरांव संभाले थे। पुलिस जवानों के साथ दोनों स्थानों पर अधिकारियों की टीम हर वाहनों को रोक कर जुर्माना वसूल रही थी। सवारी वाहन आॅटो और टो-टो में जहां यात्रियों के साथ चालक बगैर माॅस्क के दिखें। तो पुलिस जवानों ने मौके पर वैसे हर वाहनों को रोक कर जुर्माना वसूला। जुर्माने के तौर पर बगैर माॅस्क लगाएं चालकों से पांच सौ रुपये का अर्थदंड वसूला जा रहा था। हालांकि अधिकारी इन चालकों को नसीहत भी देते दिखे कि अब दुबारा बगैर माॅस्क के नजर आएं। तो भी जुर्माना भरना पड़ेगा।
अधिकारी हर चालकों से अपील कर रहे थे कि संक्रमण का खतरा एक बार फिर बढ़ना शुरु हो गया है। ऐसे में बगैर माॅस्क के लोग नहीं निकले। और जरुरत पड़ने पर ही घर से निकलना बेहतर होगा। दोनों स्थानों पर चलाएं गए वाहन जांच अभियान को लेकर वाहन मालिक भी इस बात से सहमत दिखे कि बगैर माॅस्क के चलना उचित नहीं। वैसे माॅस्क के बगैर वाहन चलाने वाले खुद में सुधार लाएं या नहीं। यह अलग बात है लेकिन लगातार जुर्माना वसूली से राज्य सरकार के फंड में वृद्धि होना तय है। क्योंकि सरकार बनते ही हेंमत सरकार सिर्फ फंड की कमी का ही रोना रोती रही है। इधर जांच अभियान के दुसरे दिन जहां पूरे जिले में जुर्माना से राज्य सरकार को अब तीन लाख से अधिक का राजस्व मिल चुका है।