किसान बिल के विरोध में भारत बंद के बीच पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कि प्रेसवार्ता
कहा किसान बिल के खिलाफ सत्ताधारी दल ने विरोध कर अपने दोहरे चरित्र को किया उजागर
गिरिडीह। झारखंड के प्रथम मुख्यमंत्री सह धनवार विधायक बाबुलाल मरांडी ने तिसरी पंचायत भवन में प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि किसान बिल के खिलाफ सत्ताधारी दल के लोग आंदोलन करना दोहरा चरित्र व किसान की शत्रु का परिचय दे रहे है। कभी सोच भी नही सकते है कि राज्य के सत्ता में बैठे झामुमो के हेमंत सोरेन दल व उनके सहयोगी दल के लोग किसान कानून के विरोध कर सकते है। आज तक किसानों के लिये कुछ नही किया है। अपना राजनीति चमकाने में लगे है। कहा कि हमे लगता है कि कृषि विद्येयक के बारे में नही जानते है। जिसके कारण राज्य के सत्ता दल के लोग सड़क पर उतरे है। एक भी किसान इस कानून का विरोध नही कर रहे है। कहा कि यदि सही मायने में किसानो के हितैषी है तो मार्च-अप्रैल में किसान का बजट होता है, जो आठ महीने बीत चुकी है। आठ महीने में पांच प्रतिशत भी कृषि बजट में सरकार ने खर्च नही की है। उस दिशा में हेमंत सरकार ने काम नही की है। विधानसभा में घोषणा की गई थी कि किसानों का कर्ज माफ करेंगे। लेकिन यहां तो मुंगेरी लाल का हसीन सपना दिखा रहे है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि उन्हेंने कहा था कि हमारी पार्टी की सरकार बनेगी तो पच्चीस सौ रुपये क्विंटल धान किसानों से खरीदारी की जायेगी। देश के कई राज्य में उनके सहयोग से राज्य में सरकार बनी है। झारखंड में भी सरकार उनके सहयोग से चल रही है। सिर्फ घोषणा ही रह गया है। भारत सरकार किसानों की धान की खरीदारी की पैसा देती है इसके बाद भी अब तक किसानों की धान खरीदारी नही की जा रही है। वित्त मंत्री यह कहकर रोक दे रहे है कि धान में नमी है। जिसके कारण छोटे-छोटे किसान कम दामांे में बिचैलिया के हाथों बेचने को मजबूर है। किसानों के हितैषी होते तो किसानों के प्रति सोच होनी चाहिये। किसानों के प्रति कार्य करना चाहिये। सिर्फ राजनीति चमकाने से कुछ नही होगा। राज्य की जनता सब समझ रही है। इस दौरान बीडीओ को बुलाकर लोगांे की समस्या पर ध्यान देने की निर्देश दिया गया और कहा आम जनता को परेशान को शीघ्रता से हल करे।
मौके पर उदय साव, मुरली बरनवाल, मोहन बरनवाल, सुनील साह, रबिन्द्र पण्डित, सुनील साव, कारू बरनवाल, रामचंद्र ठाकुर, गोपी रविदास, छोटू किस्कु, संजीत राम, शोनु हेम्ब्रोम सहित कई कार्यकर्ता मौजूद थे।