दहेज के लिए प्रताड़ित पीड़िता इंसाफ मांगने समाहरणालय में बैठी धरने पर, तूल पकड़ते देख गिरिडीह मुफ्फसिल थाना पुलिस आई हरकत में
गिरिडीहः
पति और ससुराल वालों से दहेज के लिए प्रताड़ित पीड़िता इंसाफ की गुहार लगाते हुए शुक्रवार को गिरिडीह के नए समाहरणालय में अपने बच्चे के साथ धरने पर बैठ गई। लेकिन मामला ज्यादा तूल नहीं पकड़े, तो मुफ्फसिल थाना पुलिस तुंरत हरकत में आई। और पीड़िता माला देवी के पति मनोज साव को गिरफ्तार कर लिया। जबकि इसे पहले मुफ्फसिल थाना पुलिस पिछले कई दिनों से पीड़िता माला देवी को आश्वासन देकर ही टाल-मटोल करती आ रही थी। धरने पर बैठी पीड़िता माला देवी ने आरोप लगाते हुए कहा कि पहले तो पुलिस उसके आवेदन पर केस तक दर्ज करने को तैयार नहीं थी। जब पुलिस पर दबाव बढ़ा तो माला देवी के आवेदन के आधार पर पुलिस ने उसके पति मनोज साव, सास पेनिया देवी, गोतनी सैपूल देवी, भैंसूर पांचू साव के खिलाफ केस दर्ज किया। केस दर्ज करने के बाद पुलिस पति समेत सभी आरोपियों के गिरफ्तारी करने से इंकार कर दिया। लिहाजा, परेशान पीड़िता शुक्रवार को कड़ी धूप में समाहरणालय पहुंच गई। और डेढ़ साल के बच्चे के साथ धरने पर बैठ गई। इस दौरान जानकारी मिलने के बाद जिला आपूर्ति पदाधिकारी गौतम भगत ने मामले को गंभीरता से लिया और थाना प्रभारी को फोन कर जानकारी दी। इसके बाद पुलिस हरकत में आई, और आरोपी पति को गिरफ्तार किया। पीड़िता का आरोप है कि तीन साल पहले शादी हुई। और शादी के बाद से उसके पति उसे प्रताड़ित करते आ रहे थे। क्योंकि उसके पति का किसी और महिला से अवैध संबध है। इसी संबध के कारण उसके पति उसे दहेज की मांग कर रहे थे। विरोध किए जाने पर कई बार उसके पति मनोज साव ने उसके साथ मारपीट भी किया।