पांडेयडीह और पाठकहीर में श्रद्धा भाव से हुई पांच वर्षीय कारू निर्भय पूजा
- सैंकड़ो की संख्या में जूटे मरीक तांती समाज के लोग
गिरिडीह। मरीक, तांती, बुनकर पटवा सवसी समाज के द्वारा सोमवार को सदर प्रखंड के पांडेयडीह और पाठकहीर में पंचवर्षीय कारू निर्भय पूजा का आयोजन किया गया। जिसमे ंसमाज के सैंकड़ों की सख्या मे ंलोग शामिल हुए और श्रद्धाभाव से पूजा अर्चना की। इस दौरान गिरिडीह शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के अलावे जिले से लोग आए हुए थे। पूजा को लेकर दो-तीन दिन पहले से ही लोगों की भीड़ जूटने लगी थी। वहीं अंतिम दिन सोमवार को पूजा पाठ के बाद बलि दी गई। इस दौरान समाज के कई लोगों ने मुण्डन संस्कार भी किया।
मौके पर समाज के लोगों ने बताया कि प्रत्येक पांच वर्षों में कारू निर्भय पूजा की जाती है। बताया कि इस बार 155वां कारू निर्भय पूजा पांडेयडीह व पाठकहीर में समिति की ओर से मनाई जा रही है। कहा कि कारू निर्भय पूजा तांती समाज के लोग को देवता के रूप में प्रत्येक 5 वर्षों में करते हुए आ रहे हैं। बताया गया कि इस पूजा का काफी अधिक महत्व है। जिसके कारण दूरदराज से लोग पूजा में सम्मिलित होने के लिए आते है। समाज की महिलाओं ने बताया कि यह पूजा आस्था का प्रतीक है। इस दिन शादी विवाह और कई संस्कार संपन्न होते है। बताया कि इस पूजा में कई राज्यों के लोग पहुंचते हैं और अपनी मनोकामना पूर्ति के लिए प्रार्थना करते हैं।
मौके पर समिति की अध्यक्षा शिल्पा देवी, उपाध्यक्ष रामजी तांती, सचिव दिलीप मारिक, कोषाध्यक्ष मंटू ताती, मनोज ताती, मीडिया प्रभारी नीरज तांती, उत्तम तांती, शिवजी मरीक, मनोज तांती, कृष्णा मरीक, शिव प्रसाद तांती, सीताराम तांती, योगेश्वर मरीक, अजीत मरीक, रोहित तांती, अनिल मरीक समेत युवा समिति का सराहनीय योगदान रहा।