किसान मोर्चा के प्रदर्शनकारियो ने दूसरे दिन किया आत्मदाह का प्रयास, पुलिस ने किया बल प्रयोग
- पेट्रोल भरा बोतल लेकर सड़क पर उतरे थे प्रदर्शनकारी
- प्रदर्शनकारी किसाने नेता अवधेश सिंह को रिहा करने की कर रहे थे मांग
- पत्रकारों व यूट्यूब चौनल के संचालकों को करना पड़ा पुलिस के गुस्से का सामना
गिरिडीह। किसान मोर्चा के द्वारा मंगलवार को हुए प्रदर्शन के दौरान पुलिस द्वारा किये गये धक्का मुक्की के खिलाफ बुधवार को एक बार फीर किसान मोर्चा के सारे प्रदर्शनकारी सड़क पर उतर गये और अंबेदकर चौक पहुंचकर सामूहिक आत्मदाह करने का प्रयास किया। करीब 50 की संख्या में प्रदर्शनकारि जब झंडा बैनर के साथ निकले, तो जानकारी मिलने के बाद पुलिस भी परेशान हो गई। इस बार सारे प्रदर्शनकारियो के हाथो में पेट्रोल था, जो पेट्रोल के साथ सड़क पर निकले थे।

जानकारी मिलने के बाद पहले नगर थाना प्रभारी राम नारायण चौधरी वार्ता के लिए पहुंचे। लेकिन दूसरे दिन भी हठधर्मिता पर उतरे प्रदर्शनकारी नगर थाना प्रभारी राम नारायण की बात सुनने को तैयार नहीं थे। लिहाजा, प्रदर्शनकारी बात मानने के बजाय और उलटे उलझ पड़े। इसके बाद सदर एसडीओ अनिल सिंह के साथ एसडीएम विशाल दीप खलको और डीएसपी संजय राणा भी अंबेडकर चौक पहुंचे। वार्ता के दौरान एसडीएम विशाल दीप खलको ने प्रदर्शनकारियो को समझाते हुए कहा कि रजिस्टर टू से जुड़े जिन दस्ताबेजो की बात हो रही है। वो सारे डीसीएलआर उपलब्ध कराने के लिए तैयार है। हालांकि प्रदर्शनकारी दस्तावेज के साथ ही किसान नेता अवधेष सिंह को जेल से रिहा करने की मांग कर रहे थे इसलिए वे अधिकारियों की कुछ भी सुनने का तैयार नही थे।

अधिकारियो के समझाने के क्रम में माहौल भड़क उठा और सारे प्रदर्शनकारी पुलिस से दूसरे दिन भी उलझ पड़े। इसके बाद पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा। प्रदर्शनकारियों से उनका पेट्रोल भरा बोतल भी पुलिस जवानों ने जब्त कर लिया। इस दौरान खबर संकलन कर रहे पत्रकारों पर भी पुलिस ने अपना गुस्सा उतारते हुए कई मीडिया कर्मियों के मोबाइल को जब्त कर लिया। वहीं कुछ यूट्यूब चौनल के लिए बीडीओ बना रहे लड़को के भी मोबाइल जब्त कर लिए गए। हालांकि माहौल सामान्य होने के बाद सारे लोगों के मोबाइल वापस कर दिए गए।