डीटीओ और एमभीआई ने बीएनएस डीएवी से की स्कूल बसों की जांच
- जांच के दौरान बीएनएस डीएवी के बसों में मिली मामूली गड़बड़ियां, अधिकारियों ने दिए आवश्यक दिशा निर्देश
गिरिडीह। बराकर बस हादसे के बाद गिरिडीह जिला प्रशासन बस के विभिन्न दस्तावेजों को लेकर काफी गंभीर है। शुक्रवार को डीसी व एसपी के निर्देश पर डीटीओ शैलेश प्रियदर्शी और एमवीआई रंजीत मरांडी ने सिहोडीह-सिरसिया में सचंालित बीएनएस डीएवी स्कूल में चलने वाले स्कूल बसों की जांच की। जांच के क्रम में जहां एक बस का परमिट राज्य स्तर पर निकला, वहीं कुछ ओर बसों के फिटनेस में मामूली गड़बड़ी पाई गई। इस दौरान दोनों अधिकारियों ने राज्य स्तर के परमिट को रद्द कराकर सिंगल परमिट लेने का निर्देश देते हुए कहा कि स्कूल बस को राज्य स्तर पर परमिट लेने का कोई गाइड लाइन नही है।
इस दौरान बस में रखे प्राथमिक उपचार के फर्स्ट एड कीट में रखी सारी दवाईयां एक्सपायरी पाई गई। किसी में फर्स्ट एड कीट की दवाई सही नही थी। इस दौरान डीटीओ और एमभीआई ने स्कूल के प्रिंसिपल पी हाजरा को निर्देश देते हुए कहा कि सभी बस में फर्स्ट एड कीट की दवाई नए डेट के अनुसार रखी जाये। एक्सपायरी दवाई रखने पर स्कूल बसों को अब जब्त किया जाएगा। जांच के क्रम में बस चालकों के पास यूनिफॉर्म तक नही था। जिसे देखते हुए डीटीओ ने नाराजगी जाहिर किया और सारे चालक को ड्राइवर के ड्रेस कोड पहनाने का सुझाव दिया।
मौके पर डीटीओ शैलेश प्रियदर्शी ने कहा कि सुरक्षा के दृष्टिकोण से सभी स्कूल के बसों की जांच की जायेगी।