पेयजल कर्मी ठेकेदार की धांधली के खिलाफ फिर जाएंगे हड़ताल पर
- माले के उज्जवल साव की अगुवाई में पेयजल कर्मियों ने नगर निगम में दिया आवेदन
गिरिडीह। शहरी पेयजलापूर्ति में 85 कर्मी कार्यरत हैं, जो लगातार 11 वर्षाे से कार्यरत हैं। बावजूद इसके कर्मियों को न ही पीएफ का लाभ मिल रहा है और न ही ईइसआई मेडिकल का कोई लाभ नहीं मिलता है। हमेशा संवेदक के द्वारा टाल मटोल किया जाता है। कई बार आंदोलन किये जाने के बाद सिर्फ अश्वासन ही मिला। संवदेवक द्वारा सिर्फ शोषण किया जा रहा है। उक्त बातें माले गिरिडीह विधानसभा प्रभारी राजेश सिन्हा और माले के राज्य कमिटी सदस्य राजेश यादव ने कही। उन्होंने कहा कि मजदूरों के साथ जो भी ज्यादती करेगा। उसके खिलाफ आंदोलन की जायेगी। जरूरत पड़ी तो आंदोलन भी किया जायेगा।
माले ने नगर निगम कर्मियों पर भी संवेदक के साथ मिले हुए होने का आरापे लगाया है। साथ दोनांे के तालमेल से ही अनुबंध कर्मियों को 11 साल से परेशान करने की बात भी कही।
इधर मामले को लेकर माले के उज्जवल साव सहित अन्य साथियों ने नगर निगम प्रशासन को आवेदन देते हुए कहा कि इस प्रकार के काम करने वाले कर्मी को स्थायी नॉकरी देना चाहिए। जबकि नगर निगम हरेक क्षेत्र में ठिका सिस्टम ला रहा है। इसलिए कर्मियों का लगातार शोषण जारी है। जिसे बर्दास्त नहीं किया जाएगा।