जिला विधिक सेवा प्राधिकारी ने मनाया विश्व तंबाकू निषेध दिवस
- बड़ा चौक में कार्यक्रम का आयोजन कर किया लोगों को जागरूक
- निजी जीवन के साथ ही पारिवारिक व सामाजिक जीवन को भी कर देता अस्त व्यस्त: सचिव
गिरिडीह। विश्व तंबाकू निषेध दिवस के मौके पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार द्वारा जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष वीणा मिश्रा के मार्गदर्शन में विश्व तंबाकू निषेध दिवस के मौके पर शहर के बड़ा चौक पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव सौरव कुमार गौतम ने लोगों को जागरूक किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सचिव श्री गौतम कहा कि तंबाकू का सेवन करने से विभिन्न खतरनाक बीमारियों जैसे मुंह का कैंसर, गले का कैंसर, फेफड़े, सांस एवं पेट से संबंधित बीमारियां के साथ-साथ अन्य खतरनाक बीमारियों से गंभीर रूप से ग्रसित होने का खतरा बना रहता है। इन बीमारियों से ग्रसित व्यक्तियों की ना सिर्फ व्यक्तिगत हानि होती है बल्कि उनके परिवार के लोगों का जीवन भी अस्त-व्यस्त हो जाता है। तंबाकू के सेवन से आर्थिक क्षति होने के साथ-साथ शारीरिक एवं पारिवारिक समस्याओं का भी सामना लोगों को करना पड़ता है।
कहा कि तंबाकू सेवन करने वाले एवं नशा पान करने वाले लोगों को समाज में भी अच्छी नजरों से नहीं देखा जाता है। तंबाकू एवं अन्य नशा युक्त पदार्थों का सेवन करना कानूनन अपराध की श्रेणी में भी आता है तथा इस प्रकार के मादक पदार्थों का प्रयोग करने वाले लोगों के विरुद्ध कानून में दंडात्मक कार्यवाही करने का प्रावधान किया गया है। नशा पान की आदत आम लोगों श्रमिकों एवं कम आय वर्ग के लोगों के लिए घातक परिणाम लेकर आता है जो न सिर्फ उनके निजी जीवन बल्कि पारिवारिक एवं सामाजिक जीवन को भी अस्त व्यस्त कर के रख देता है। कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के द्वारा झारखंड सरकार को तंबाकू उन्मूलन के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए राज्य तंबाकू नियंत्रण कोषांग को इस वर्ष का सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार प्रदान करने हेतु चयन किया गया है। जो झारखंड वासियों के लिए गर्व की बात है।
इस दौरान मजदूरों के बीच पंपलेट का वितरण किया गया। वहीं कार्यक्रम को सफल बनाने में जिला विधिक सेवा प्राधिकार के कर्मी नवनीत कुमार दाराद, पारा लीगल वॉलिंटियर्स दिलीप कुमार, अशोक कुमार वर्मा, कामेश्वर कुमार, अनवारुल हक की महत्वपूर्ण भूमिका रही।