यास पर भारी पड़ा कोरोना, ग्रामीणों को किया जा रहा जागरुक
भारी बारिश में भी काम कर रही है स्वास्थ्य व आंगनबाड़ी कर्मी
कोडरमा। कोरोना संक्रमण से बचाव एवं नियंत्रण के लिए जिला प्रशासन द्वारा लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। एक तरफ चक्रवाती तूफान यास से बचाव एवं राहत हेतु जिला प्रशासन अलर्ट मोड हैं, वहीं इस भारी बारिश में भी कोविड संक्रमण से लोगों को बचाने के लिए जांच टीम ग्रामीणों को कोविड नियमों के अनुपालन, वैक्सीनशन से जुड़ी जानकारियां दे रही है। कोरोना के बढ़ते प्रसार व संभावित तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए एवं इससे बचाव हेतु कोडरमा जिला अंतर्गत डोर टू डोर सर्वे कार्य तीसरे दिन भी किया गया, ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में ससमय लोगों की स्वास्थ्य जांच कर उनका समुचित चिकित्सीय उपचार किया जा सके। उपायुक्त के निर्देशानुसार गांवों में कोरोना संक्रमण के रोकथाम को लेकर आंगनबाड़ी सेविका, सहायिक, सहिया एवं एएनएम पूरी तरह से सक्रिय होकर तत्परता के साथ कार्य कर रही है।
कोविन पोर्टल पर स्लाॅट बुक करने के लिए किया जा रहा प्रेरित
इस दौरान जांच व सर्वे टीम के द्वारा घर-घर जाकर जहां लोगों के टीकाकरण से जुड़ी सारी जानकारियां दी जा रही है। वहीं 18 से 45 आयुवर्ग के लोगों को कोविन पोर्टल बवूपद.हवअ.पद पर जाकर रजिस्ट्रेशन करते हुए स्लॉट्स बुक करने के लिए प्रेरित कर रही है। सर्वे व जांच दल को एन 95 मास्क, हैंड सैनिटाइजर, मेडिकल किट, ग्लब्स, पल्स ऑक्सीमीटर व अन्य मेडिकल कीट उपलब्ध कराया गया है। सर्वे व जांच दल के द्वारा सूदूरवर्ती गांवों में जाकर ग्रामीण महिला व पुरूष के आक्सीजन लेवल की पल्स ऑक्सीमीटर से जांच कर रही है। साथ ही घर-घर जाकर कोरोना के लक्षण वाले व्यक्तियों को चिन्हित कर उनकी सूची तैयार कर रही है। अगर सर्वे व जांच के दौरान किसी भी ग्रामीणों में कोविड के लक्षण प्रतीत होता है, तो उनका तत्काल नजदीकी जांच कैंप में कोविड जांच किया जाता है।