हिंदी दिवस के मौके पर हुआ समारोह का आयोजन
- शिक्षकों के साथ-साथ छात्रों ने हिंदी दिवस की प्रासंगिकता, महत्ता व वर्तमान परिपेक्ष रखें विचार
- कहा खुद में हिंदी को आत्मसात करने की जरूरत
गिरिडीह। हिंदी दिवस के मौके पर विद्यालय के सभागार में हिंदी दिवस के मौके पर समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्यालय के प्रधानाध्यापक और संचालन गृह विज्ञान के शिक्षिका की भावना कुमारी ने किया।
कार्यक्रम में विद्यालय की छात्राओं ने बीएड कॉलेज डीएवी के प्रशिक्षु और विद्यालय के शिक्षक और शिक्षिकाओं ने हिंदी दिवस की प्रासंगिकता इसकी महत्ता और वर्तमान परिपेक्ष में उसकी स्थिति पर अपने विचार दिए। छात्रा रोशनी कुमारी ने हिंदी हमारी भाषा है हमारे घर की भाषा है। पास पड़ोस की भाषा है बिना हिंदी हमारा जीवन संभव नहीं है। बीएड की हिंदी विषय की प्रशिक्षु संगीता कुमारी और रानी कुमारी हिंदी की ऐतिहासिक प्रासंगिकता का वर्णन किया शिक्षक पुलिस मरांडी अंग्रेजी के साथ हिंदी का तालमेल और दोनों के जानकारों की महत्ता के बारे में अपने विचार रखें। जबकि उर्दू के शिक्षक मो0 अख्तर अंसारी ने हिंदी की तारीफ में पुल बांधा।
कार्यक्रम में शिक्षक मुन्ना कुशवाहा ने अपने विचार व्यक्त करते हुए भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन से लेकर वर्तमान परिपेक्ष हिंदी की महत्ता पर प्रकाश डाला। कहा कि घर में अपने देश में और अपनी जुबान मंे हिंदी पराई सी हो गई है और हम इस के उज्जवल भविष्य के लिए इसके विस्तार के लिए हिंदी दिवस मना रहे हैं। कहा कि आवश्यकता है खुद में हिंदी को आत्मसात करने की तो हिंदी खुद-ब-खुद समृद्ध और शक्तिशाली बन जाएगी।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे हैं प्रधानाध्यापक देवेंद्र प्रसाद सिंह ने कहां कि हिंदी को अपनाओ, हिंदी को समझो और परिवार समाज और राष्ट्र को मजबूत करो तभी हिंदी दिवस की सार्थकता इस हिंदुस्तान में स्थापित हो सकती है। कार्यक्रम में मुख्य रूप से वरीय शिक्षिका पापिया सरकार, गीता कुमारी सिन्हा, अस्मिता प्रसाद, कुसुम कुमारी, कृष्णा प्रिया, निशा शर्मा सहित विद्यालय के सभी शिक्षक शिक्षिकाएं मौजूद थे।