केस दर्ज होने के 10 दिन बाद भी गिरिडीह पुलिस के गिरफ्तारी से बचे हुए महिला के साथ मारपीट के आरोपी भाजपा नेता
पीड़ित महिला का बयान तक दर्ज कर चुकी है पुलिस, वरीय पदाधिकारियों के इशारे का इंतजार
गिरिडीहः
भाजपा के प्रर्देश अध्यक्ष सह रास सदस्य दीपक प्रकाश गुरुवार को गिरिडीह में होगें। भाजपा की जिला कमेटी तोे प्रर्देश अध्यक्ष के कार्यक्रम की तैयारी में भी जुट गए है। सोमवार को ही आयोजनस्थल में जिला कमेटी के नेताओं के साथ पूर्व विधायक निर्भय शाहाबादी और अध्यक्ष महादेव दुबे के साथ किसान मोर्चा के अध्यक्ष दिलीप वर्मा ने भी बैठक किया। तो भाजपाईयों के इसी बैठक में पार्टी के आरोपी नेता सह जिप उपाध्यक्ष कामेशवर पासवान भी मौजूद दिखें। वो भी जिलाध्यक्ष समेत पूर्व विधायक और जिला कमेटी के पदाधिकारियों के साथ। जबकि आरोपी नेता पासवान पर बेहद गंभीर और गैरजमानतीय धाराओं के तहत केस दर्ज है। इसके बाद भी ना तो मुफ््फसिल थाना पुलिस ही आरोपी की गिरफ्तारी कर रही है। और ना ही भाजपा जिला कमेटी की और से इतने गंभीर आरोप लगे जिप उपाध्यक्ष सह भाजपा नेता के खिलाफ कोई कार्रवाई ही किया जा रहा है। जबकि केस दर्ज होने के बाद केस के अनुसंधानकर्ता गुरुचरण मांझी ने पीड़ित महिला का बयान भी दर्ज किया। अनुसंधानकर्ता को दिए बयान में ही पीड़िता ने दुबारा यही कहा कि उसे भाजपा नेता कामेशवर पासवान समेत उसकी मां, पत्नी, पिता और भाई ने डायन-बिसाही का आरोप लगाते हुए मारपीट किया था। पीड़िता का बयान दर्ज करने के बाद अब पुलिस की और से तर्क दिया जा रहा है कि मामले की जांच अब भी किया जा रहा है। जब तक आसपास के लोगों का बयान नहीं आएगा। और वरीय अधिकारियों का निर्देश नहीं मिलता है तो गिरफ्तारी क्यों व कैसे होगी? जाहिर है कि आरोपी भाजपा नेता को मिल रहे राजनीतिक संरक्षण के कारण ही पुलिस भी उन पर हाथ डालने से कतरा रही है। जबकि डायन-बिसाही के और मामलों में पुलिस का रवैया ऐसा नहीं रहता। केस दर्ज करने के साथ ही पुलिस आरोपी को गिरफ्तार भी कर लेती है। लेकिन यहां पुलिस पर राजनीतिक दबाव का प्रभाव दिख रहा है। वैसे यह कोई नया मामला नहीं है। बल्कि, इसे पहले भी भाजपा नेता कामेशवर पासवान पर कोयला तस्करों को संरक्षण देने के आरोप में पचंबा थाना में केस दर्ज हो चुका है। लेकिन यहां भी मामला सिर्फ केस दर्ज होने तक सीमित रह गया।