माता पिता के साथ भूख हड़ताल पर बैठे विद्युत विभाग में एसबीओ के पद पर कार्यरत बिपुल कुमार
- तीन माह से नही मिला है वेतन, अपसेंटी सूची से भी हटा दिया गया है नाम
- पिछले वर्ष बिजली की चपेट में आने से हो गया था गंभीर रूप से घायल, एक हाथ से हुआ विकलांग
गिरिडीह। विगत तीन माह से वेतन भुगतान नही करने और अपसेंटी सूची से नाम हटाने के खिलाफ एसबीओ पद पर कार्यरत बिपुल कुमार सिंह अपने माता-पिता के साथ सोमवार को तिसरी विद्युत कार्यालय के बरामदा में भूख हड़ताल पर बैठ गए। इस भीषण गर्मी में भूख हड़ताल करने की सूचना मिलते ही झामुमो के पूर्व विधायक निजामउद्दीन अंसारी अपने कार्यकर्ताओ के साथ धरना स्थल पहुंच कर धरनार्थी से सुध लेते हुए विभाग के सचिव को पत्र लिखकर इंसाफ दिलाने का भरोसा जताया।
बताया जाता है की बिपुल सिंह 28 वर्ष भंडारी गांव का रहने वाला है। हिंदुस्तान कंपनी के तहत आउट सोर्सिंग से एसबीओ पद पर तीन वर्ष तक सेवा बिजली विभाग के तिसरी इकाई में कार्य किया। इस दौरान बीते वर्ष लक्ष्मीपुर सब स्टेशन में अचानक बिजली तार के चपेट में आ जाने से बुरी तरह से झुलस गया। जिससे एक हाथ से विकलांग हो गया।
बिपुल के पिता विजय सिंह और माता ने कहा की बिजली विभाग में कार्य करने के दौरान बेटा बुरी तरह जख्मी हो गया और हाथ खो दिया। इलाज कराने में जमीन जायदाद बेचकर लाखों रुपए खर्च करने के बाद बेटा आज जिंदा है। विभाग द्वारा एक रुपया मुआवजा नहीं मिला और न ही किसी ने सुधि ली। बताया कि इलाज के बाद जब वह पूरी तरह से स्वस्थ हो गया तो विद्युत विभाग के अधिकारी के मौखिक आदेश पर मार्च से ही कार्य कर रहा है। तीन माह बीत जाने के बाद भी वेतन नहीं दिया गया। यहां तक कि कनीय अभियंता, विद्युत सहायक अभियंता ने कहा की अपसेंटी सूची से नाम हटा देने से वेतन नहीं मिलेगा।
पीड़ित बिपुल कुमार सिंह ने कहा कि एक तो विभाग के कार्य से मेरा यह दुर्दशा हुई है और अब मेरा रोजगार भी छीन लिया जा रहा है। इसलिए भूख हड़ताल पर बैठ गए है जब तक हमे इंसाफ नहीं मिलता आंदोलन जारी रहेगा। कहा कि भूख हड़ताल की सूचना आउट सोर्सिंग कंपनी, विभाग के उच्च अधिकारी, तिसरी थाना, खोरीमहुआ अनुमंडल को आवेदन के माध्यम से पूर्व में ही दे दी गई है।