बाल विवाह के खिलाफ बाल मित्र चला रहे है जागरूकता अभियान
- बाल मित्र ने ग्रामीणों के साथ की विचार गोष्ठी
- कहा बाल विवाह के लिए जागरूक होना जरूरी
गिरिडीह। तिसरी प्रखंड के खरखरी पंचायत के बाल मित्र ग्राम बरढरन में ग्रामीणों के साथ गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसका नेतृत्व बाल पंचायत के बच्चों ने किया। विदित है कि कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रंस फाउंडेशन द्वारा सभी बाल मित्र ग्रामों में बाल विवाह जैसी कुरीति के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। लोगों को बाल विवाह से जुड़ी पहलुओं पर चर्चा के माध्यम से आवश्यक जानकारी प्रदान की जा रही है। कई लोग ऐसे भी हैं जो सब जानते हुए भी लोगों को कुछ बोल नहीं पाते। जब उन्हें जानकारी दी गई तो वे स्वयं अगुवाई करते हुए लोगों को बाल विवाह से होने वाले नुकसान के बारे में बताने लगे।
इस दौरान मौके पर उपस्थित सभी लोगों ने बाल विवाह मुक्त समाज निर्माण करने का संकल्प लिया और कहा कि वे मिलकर समाज के इस कुरीति से जब तक नहीं लड़ेंगे। समाज की विचारधारा बदलेगी ही नहीं। इसलिए हमारी भी जिम्मेदारी है कि एक बेहतर सोच के साथ आगे बढ़ें तभी मंजिल को हासिल किया जा सकता है।
बाल विवाह की शिकार रह चुकी गांव की ही महिला शकुंतला देवी ने बताया कि कितनी मुश्किलों का सामना उन्होंने किया है। किस प्रकार कम उम्र में शादी हो जाने के बाद पारिवारिक जिम्मेदारियों ने माथे पर बोझ डाला। जिस कारण वह कभी स्वस्थ नहीं रह पाती है। इसलिए बाल विवाह नहीं होनी चाहिए। वहीं पूनम देवी ने कहा कि, कम उम्र में की गई शादी कभी सफल नहीं रहती, बढ़ती प्रेम प्रसंग के मामले के कारण भी लोग बच्चों की शादी जल्दी करा देते हैं। कहा कि सामुहिक प्रयास से समाज को बाल विवाह मुक्त बनाना कठिन नहीं। मिलकर दहेज के खिलाफ भी आवाज बुलंद करेंगे।
कार्यक्रम के दौरान बाल अधिकार कार्यकर्ता सहित मीना देवी, तारा देवी, दुलारी देवी, चिंता देवी ,साधना देवी, फागू सिंह, लेख लाल यादव ,राम लखन यादव ,सरवन यादव ,झरी यादव बाल पंचायत सदस्य सोनू कुमार,सूरज कुमार,अरविंद कुमार, श्वेता कुमारी, चंचल कुमारी, निशा कुमारी, साक्षी कुमारी, खुशबू कुमारी समेत 150 से अधिक लोगों ने भाग लिया।