गिरिडीह के गांवा में गौकशी के लिए जा रहे युवकों से बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने कराया गाय को मुक्त, बिगड़ने से बचा महौल
गिरिडीहः
गिरिडीह के गांवा थाना क्षेत्र के जमुआ गांव में गौकशी मामले में दो समुदाय के लोग अचानक आमने-सामने हो गए। वक्त पर गांवा थाना पुलिस को जानकारी मिली, तो पुलिस घटनास्थल पहुंची। और किसी तरह माहौल को शांत किया। और दोनों समुदाय के लोगों को शांत कराया। घटना मध्य रात्रि करीब 12 बजे का बताया जा रहा है। जब एक समुदाय के कुछ युवक गौकशी के लिए गाय को लेकर जंगल की और जा रहे थे। इसी दौरान दुसरे समुदाय के युवकों को अचानक इसकी जानकारी मिली। तो दुसरे समुदाय के युवक के साथ बजरंग दल के कार्यकर्ता जमुआ के जंगल पहुंच गए। और गौकशी के लिए गाय ले जा रहे युवकों को खदेड़ा। दुसरे समुदाय के युवकों को आते देख और किसी तरह गौकशी के लिए जा रहे युवक वहां से गाय को पेड़ में बांध कर भाग खड़े हुए। गनीमत रही कि पूरे मामले की जानकारी गांवा थाना पुलिस तक पहुंच चुका था। लिहाजा, कोई बड़ी घटना नहीं हुआ। इस दौरान गांवा थाना प्रभारी ने गाय को अपने कब्जे में लेकर थाना चले गए। जहां शुक्रवार दोपहर पूर्व विधायक और थाना प्रभारी ने बैठक भी किया। इस दौरान पूर्व विधायक राजकुमार यादव ने भी कहा कि गौकशी पर जब प्रतिबंध है तो इस तरह से खुलआम गाय को ले जाने का कोई औचित्य नहीं बनता। माहौल को बिगाड़ने का सिर्फ एक साजिश किया गया। पूर्व विधायक ने थाना प्रभारी से आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाई का मांग किया। वहीं पूर्व विधायक के मांग पर गौतस्करी और गौकशी के आरोप में मो. अयूब अंसारी, मो. सुल्तान, मो. इरशाद, मो. कासिम, श्मसुल, श्मशाद, और मो. आजाद के खिलाफ केस दर्ज कर आरोपियों को दबोचने में जुटी गई है। लेकिन सभी आरोपी फरार बताएं जा रहे है।