त्योहारों का सीजन शुरु होते ही गिरिडीह में पावरकट भी हुआ तेज, बोर्ड के पदाधिकारियों के पास जवाब नहीं, जनप्रतिनिधी भी है खामोश
गिरिडीहः
त्योहारों का सीजन शुरु होते ही गिरिडीह में लोडशेंडिग और बढ़ चुका है। सुबह से लेकर शाम तक शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में लोडशेडिंग काफी बढ़ चुका है। जबकि नवरात्र का बाजार पूरे परवान पर है। तो दो दिनों के बाद कलश स्थापना के साथ नवरात्र की शुरुआत भी हो जाएगी। अब ऐसे में लोडशेंडिग इसी तरह जारी रहा। तो हालात समझे जा सकते है। फिलहाल हालात समान्य कब तक होगें, यह बताने के लिए बिजली बोर्ड के कोई पदाधिकारी तैयार नहीं। लिहाजा, इसी लोडशेंडिग के बीच दुकानदार ग्राहकों को हर रोज खरीदारी करा रहे है। वैसे बिजली बोर्ड के पदाधिकारियों का दावा है कि आने वाले कुछ दिनों में स्थिति समान्य हो जाएगी। लेकिन बिजली बोर्ड के पदाधिकारियों के दावे को समझा जा सकता है कि वो कितने सही रहते है। वैसे बोर्ड के पदाधिकारियों के दावे भी नेताओं के वादे से कम नहीं। जो बोलते कुछ है होता कुछ और। इस दौरान जानकारी लेने पर एरिया बोर्ड के जीएम ने बताया कि लोडशेंडिग डीवीसी द्वारा किया जा रहा है। हालांकि पूरे गिरिडीह को 60 मेगावट बिजली की आपूर्ति की जरुरत है। और डीवीसी करता भी है लेकिन कई घंटो तक लोडशेंडिग जारी रखता है। जानकारी लेने पर डीवीसी का रटा-रटाया जवाब बिजली उत्पादन में आई कमी के रुप में सामने आता है। एरिया बोर्ड के जीएम का यह भी दावा है कि गिरिडीह के पचंबा स्थित करहरबारी के पावरग्रिड से भी बिजली आपूर्ति पहले की तुलना में अभी बेहद कम हो रहा है। क्योंकि पूरे जिले में बिजली बोर्ड के 37 पावर सब स्टेशन है। जिसे हर रोज 60 मेगावाट 23 घंटे बिजली आपूर्ति मिलना जरुरी है। इसके बाद ही संभव है कि शहरी क्षेत्र समेत पूरे जिले में बिजली आपूर्ति दुरुस्त किया जा सके।