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चोरी के चार बाईक के साथ गिरिडीह नगर थाना पुलिस ने सरगना समेत दो अपराधियों को दबोचा, प्रतिबंधित संगठन से हटने के बाद दुबारा शुरु किया बाईक की चोरी

गिरिडीहः
गिरिडीह नगर थाना पुलिस को काफी दिनों बाद बाईक चोर गिरोह तक पहुंचने में सफलता मिली है। पुलिस ने चार बाईक बरामद करने के साथ गिरोह के मुख्य अपराधी राजकुमार गोस्वामी और गिरोह के रिसिवर सह खरीदार फिलिप मुर्मु को दबोचने के साथ शहर से चोरी हुए चार बाईक चोर को भी बरामद किया है। गिरोह के जिस अपराधी राजकुमार गोस्वामी को नगर थाना पुलिस ने दबोचा। वह पहले बगोदर के प्रतिबंधित संगठन एनएसपीएम और उसके सरगना उमेश गिरि के गिरोह से भी जुड़ा हुआ था। कुछ महीनों तक उमेश गिरि के साथ रहकर मिलकर अपराधिक घटनाओं को अंजाम देने के बाद फिर से बाईक चोरी की घटना को अंजाम देना शुरु कर दिया। इधर मिले सफलता की पुष्टि करते हुए नगर थाना प्रभारी राम नारायण चाौधरी ने जानकारी देते हुए बताया कि राजकुमार गोस्वामी देवघर के चितरा थाना क्षेत्र के अलकवारा गांव का रहने वाला है। जबकि खरीदारी से रिसिवर फिलिप मुर्मु भी चितरा थाना क्षेत्र के बागजोरिया गांव का रहने वाला है। थाना प्रभारी चाौधरी ने जानकारी देते कहा कि मंगलवार की शाम राजकुमार गोस्वामी को गुप्त सूचना के आधार पर शहर के एलआईसी कार्यालय के समीप से उस वक्त दबोचा गया।
जब राजकुमार गोस्वामी बाईक चोरी करने के प्रयास में था। इसी दौरान सिविल ड्रैस में तैनात पुलिस जवानों ने राजकुमार गोस्वामी को दबोचा। पूछताछ के बाद राजकुमार गोस्वामी के निशानदेही पर देवघर के बागजोरिया गांव स्थित उसके घर में छापेमारी कर फिलिप मुर्मु को दबोचा गया। और फिलिप मुर्मु के निशानदेही पर बागजोरिया गांव से सटे सोनातार गांव पुआल के ढेर में छिपाकर रखे गए हीरो कंपनी के तीन बाईक को बरामद किया गया। थाना प्रभारी की मानें तो राजकुमार गोस्वामी ने कुछ दिनों पहले शहर के अलग-अलग स्थानों से हीरो कंपनी के चार बाईक की चोरी कर रिसिवर सह खरीदार फिलिप मुर्मु को बेचा था। क्योंकि शहर से चोरी करने के बाद राजकुमार गोस्वामी हर बाईक को फिलिप मुर्म को पांच हजार में बेंच दिया करता था। पुलिस ने जिन चार बाईक को बरामद करने में सफलता पाया है। उसमें हीरो कंपनी का स्पलेंडर प्लस, ग्लैमर शामिल है।
इधर राजकुमार गोस्वामी के अपराधिक इतिहास को लेकर थाना प्रभारी ने बताया कि साल 2021 में बाईक चोरी के आरोप में ही यह देवघर के कोरो थाना पुलिस ने इसे जेल भेजा था। जहां देवघर जेल में पहले से बंद बगोदर के प्रतिबंधित संगठन एनएसपीएम के कमांडर उमेश गिरि से मुलाकात हुआ। उमेश गिरि के कहने पर ही राजकुमार गोस्वामी एनएसपीएम संगठन से जुड़ा। और साल 2021 में जेल से छूटते ही राजकुमार गोस्वामी उमेश गिरि के साथ मिलकर बगोदर के अटका से फिरौती के लिए एक डॉक्टर का अपहरण किया। जबकि 2021 में बोकारो के बीटीपीएस थाना इलाके में कोलयरी में रंगदारी के डिमांड को लेकर फायरिंग तक कर चुका था। तो पिछले साल उमेश गिरि समेत गिरोह के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर अटका के मुखिया पर जानलेवा हमला तक कर चुका था। लेकिन इसी साल 2023 में जेल से छूटने के बाद राजकुमार गोस्वामी ने उमेश गिरि से दूरी बनाया। और दुबारा बाईक चोरी के अपराध को शुरु कर दिया।

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